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छह महीने में जींद वाले गटक गए 121 करोड़ रुपये की शराब

नई आबकारी नीति से प्रदेश सरकार के राजस्व में खूब वृद्धि हो रही है। जिले का आबकारी विभाग भी 160 करोड़ के राजस्व हासिल करने के लक्ष्य के नजदीक जा पहुंचा है। जींद के आबकारी विभाग को शराब ठेकों से 121 करोड़ रुपये का राजस्व मिल चुका है।

By Edited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 06:56 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 06:56 AM (IST)
छह महीने में जींद वाले गटक गए 121 करोड़ रुपये की शराब
जींद के आबकारी विभाग को शराब ठेकों से 121 करोड़ रुपये का राजस्व मिल चुका है।

जींद, [प्रदीप घोघड़ियां]। नई आबकारी नीति से प्रदेश सरकार के राजस्व में खूब वृद्धि हो रही है। जिले का आबकारी विभाग भी 160 करोड़ के राजस्व हासिल करने के लक्ष्य के नजदीक जा पहुंचा है। इस वित्तीय वर्ष में जींद के आबकारी विभाग को शराब ठेकों से 121 करोड़ रुपये का राजस्व मिल चुका है। यानि कि छह महीने में 121 करोड़ रुपये की शराब जींद वाले गटक गए।

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आबकारी विभाग का कलेक्शन ट्रैक इसी तरह से चलता रहा तो अगले दो महीने में ही टारगेट पूरा हो जाएगा। इसी साल मार्च में नई आबकारी नीति लागू हुई थी, लेकिन 23 मार्च को लॉकडाउन लग गया था और शराब ठेके बंद हो गए थे। पूरे प्रदेश का 7500 करोड़ रुपये और जींद जिले का राजस्व जुटाने का 160 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया था। अनलॉक के बाद 6 मई से नई नीति लागू हो पाई। तब से 17 नवंबर तक जींद के आबकारी विभाग को शराब ठेकों से 121 करोड़ का राजस्व मिला है। लॉकडाउन के दौरान शराबबंदी हुई तो एक बार यह लग रहा था कि शराब ठेकों से इस बार न सरकार को आमदनी होगी और न ही शराब ठेकेदारों को लेकिन जब अनलॉक हुआ तो शराब की बिक्री के मामले में लॉकडाउन के भी महीनों को भी रिकवर कर दिया।

पिछले वित्तीय वर्ष नहीं हो पाया था टारगेट

पूरा वित्तीय वर्ष 2019-20 में जींद के आबकारी विभाग का शराब ठेकों का रेवेन्यू टारगेट 148 करोड़ का रखा गया था, लेकिन विभाग 134.87 करोड़ रुपये ही राजस्व के रूप में जमा कर पाया था। 2020-21 के वित्तीय वर्ष में 12 करोड़ रुपये बढ़ाकर 160 करोड़ का राजस्व हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है और 121 करोड़ रुपये का राजस्व अभी तक आ चुका है। अभी इस वित्तीय वर्ष के चार महीने बाकी हैं। विभाग को उम्मीद है कि इस बार विभाग लक्ष्य से ज्यादा राजस्व मिलेगा।

जिले में शराब के 104 ठेके और 180 उप-ठेके

इस वित्तय वर्ष में कुल 284 शराब ठेके और उप-ठेके हैं। इनमें 104 शराब ठेके हैं तो 180 उप-ठेके खोले गए हैं। विभाग द्वारा देशी शराब का कोटा 64.80 लाख प्रूफ लीटर तो अंग्रेजी शराब का 7.28 लाख प्रूफ लीटर निर्धारित किया गया है। इस वित्तीय वर्ष की शराब ठेकों को लेकर लाइसेंस फीस 108 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है।

दो फर्मो पर 1.2 करोड़ रुपये की लग चुकी है पेनल्टी

लॉकडाउन के दौरान शराब का स्टॉक घटने पर जींद जिले की दो फर्माें पर 1.2 करोड़ रुपये की पेनल्टी भी लगी है। हालांकि स्टॉक कम पिछले वित्तीय वर्ष के अनुसार था, लेकिन इसका जुर्माना अब लगाया गया है। इसलिए इस वित्तीय वर्ष में ही इसका राजस्व जुड़ेगा।

टारगेट से ज्यादा आएगा रेवेन्यू: रणधीर

जिला आबकारी एवं कराधार आयुक्त (डीईटीसी) रणधीर सिंह ने बताया कि शराब ठेकों से अभी तक जिला आबकारी विभाग को 121 करोड़ रुपये का रेवेन्यू आ चुका है। इस हिसाब से 160 करोड़ रुपये का विभाग का टारगेट समय से पहले ही पूरा हो जाएगा। रणधीर ¨सह ने बताया कि पिछली पेंडेंसी भी अब क्लीयर हुई हैं, इसलिए रेवेन्यू में बढ़ोतरी हुई है।


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