जींद में जोरदार बारिश से हजारों एकड़ फसल बर्बाद होने का खतरा
जिले में शुक्रवार को जोरदार बारिश हुई। उचाना और नरवाना में वीरवार रात्रि को ही बारिश शुरू हो गई थी। शाम चार बजे तक उचाना में 29 और नरवाना में 35 एमएम बारिश हुई।
जागरण संवाददाता, जींद : जिले में शुक्रवार को जोरदार बारिश हुई। उचाना और नरवाना में वीरवार रात्रि को ही बारिश शुरू हो गई थी। शाम चार बजे तक उचाना में 29 और नरवाना में 35 एमएम बारिश हुई। शुक्रवार दोपहर बाद मौसम ने करवट ली और जींद समेत जिलेभर में कई स्थानों पर जोरदार बारिश हुई। जिले में जहां जुलाई के पहले पखवाड़े में सूखे के हालात थे। दूसरे पखवाड़े में सामान्य से ज्यादा बारिश होने से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। 22 जुलाई तक के आंकड़ों के अनुसार जिले में सामान्य से 100 एमएम ज्यादा बारिश हुई है। एक जून से 22 जुलाई तक जिले में औसतन 245.6 एमएम बारिश हुई। बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान कपास की फसल में हुआ है। जींद, उचाना, नरवाना के कई गांवों में जलभराव से कपास की फसल खराब हो गई है। कई जगह धान की फसल पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। काफी जगहों पर धान की फसल पानी में डूबी हुई है। मौसम विभाग आगामी दिनों में भी बारिश की संभावना जता रहा है। जिससे फसलों में और ज्यादा नुकसान हो सकता है। किसान खराब हुई फसल का सर्वे करा कर मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। जो किसान अपनी फसलों का बीमा कराते हैं। लेकिन बीमा प्रीमियम राशि जमा नहीं होने के कारण वे किसान क्लेम के लिए शिकायत नहीं दे पा रहे हैं। जिले में करीब 70 हजार हेक्टेयर में कपास की फसल है। जिसमें से 15 से 20 हजार एकड़ में कपास की फसल खराब हो सकती है। घोघड़ियां गांव के किसान पवन ने बताया कि उसने ठेके पर जमीन लेकर 20 एकड़ में कपास की फसल है। बारिश से फसल खराब हो गई है।
तीन तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार तीन अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। कृषि विज्ञान केंद्र से मौसम विशेषज्ञ डा. राजेश कुमार ने बताया कि अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होगी। अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री रहने की संभावना है। हवा की गति 8.8 से 15.6 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है। डा. राजेश कुमार ने किसानों को बारिश का मौसम ध्यान में रखते हुए फसलों में अभी सिचाई और स्प्रे ना करने की सलाह दी। अगर धान की फसल में कुछ पौधों में बकानी यानि झंडा रोग है, तो उसमें दवा का छिड़काव करने का कोई फायदा नहीं है। जिन पौधों में बकानी रोग है, उन पौधों को जड़ से उखाड़ दें।
राहत : पंपिग स्टेशन पर पहुंचा पानी, भिवानी रोड, रोहतक एरिया की लाइन हुई चालू
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जागरण संवाददाता, जींद : अमरूत योजना के तहत बरसाती पानी की निकासी के लिए बिछाई पाइप लाइन में भिवानी रोड और रोहतक रोड एरिया एरिया के पानी जाना शुरू हो गया है। शुक्रवार शाम को हुई बारिश के बाद नई अनाज मंडी में बने पंपिग स्टेशन पर पाइप लाइन से पानी पहुंचा। जहां से पंपिग करके पानी को आगे कालवा-किनाना ड्रेन में भेज दिया। भिवानी रोड पर लंबे समय से जलभराव की समस्या थी। बरसाती पानी की लाइन चालू होने से यहां जलभराव की समस्या काफी हद तक खत्म हो गई। नगर परिषद जेई जय ने बताया कि बरसात के बाद दो घंटे के अंदर भिवानी रोड और आसपास एरिया का सारा पानी लाइन में चला जाएगा। वहीं आरडी-7 माइनर पर मुख्य लाइन में कनेक्शन का काम ना होने से स्कीम नंबर पांच-छह और सफीदों रोड एरिया की लाइन चालू होनी बाकी है। यहां मुख्य लाइन में कनेक्शन का काम जारी है। लेकिन गोहाना रोड पर बीच में जन स्वास्थ्य विभाग की सीवर लाइन आने की वजह से देरी आ रही है। सीवर लाइन का पानी गड्डे में भर रहा है। ठेकेदार के कर्मचारी शुक्रवार को भी दिनभर सीवरलाइन को खाली करने में लगे रहे। नगर परिषद एक्सईएन सुमित मलिक ने बताया कि जल्द ही कनेक्शन होने के बाद सफीदों रोड एरिया और स्कीम नंबर-पांच वाली लाइन भी चालू हो जाएगी। जिससे शहर में जलभराव की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी।