डॉक्टर राम स्नेह के पक्ष में उतरी हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन
हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन (एचएसएमए) की एक बैठक सोमवार को प्रधान डॉ. देवेंद्र बिदलिश की अध्यक्षता में हुई।
जागरण संवाददाता, जींद : हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन (एचएसएमए) की एक बैठक सोमवार को प्रधान डॉ. देवेंद्र बिदलिश की अध्यक्षता में हुई। इसमें 10 जनवरी को नागरिक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बच्चे के उपचार को लेकर हुए प्रकरण को लेकर गंभीरता से विचार-विमर्श किया गया। प्रधान डॉ. बिदलिश ने कहा कि गत 10 जनवरी को नागरिक अस्पताल में हुए प्रकरण को लेकर दोनों पक्षों की बात को सुना जाना चाहिए था। बिना जांच के डॉ. रामस्नेह को निलंबित किया जाना उचित नहीं है। पहले यह बात सामने आई कि डॉ. रामस्नेह ने इमरजैंसी में मरीज को थप्पड़ मारा है लेकिन जब गहनता से जांच की गई और इमरजेंसी में लगे सीसी टीवी फुटेज को जांचा गया तो पता चला कि उन्होंने थप्पड़ नहीं मारा है। ऐसे में बिना दोनों पक्षों के मामले की जांच किए बिना डा. रामस्नेह को निलंबित किया जाना गलत है। बावजूद इसके डा. रामस्नेह के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन डॉ. रामस्नेह के साथ है और जांच को जल्द पूरा करने की मांग करती है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही एसोसिएशन कोई बड़ा फैसला लेगी। सचिव डॉ. अरूण चालिया, महासचिव डॉ. राजेश भोला ने कहा कि मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग की जांच कमेटी ने दोनों ही पक्षों के बयान लिए हैं और उनके बयानों के आधार पर ही रिपोर्ट तैयार की जा रही है। मामले को लेकर गठित जांच कमेटी निष्पक्षता से मामले की जांच कर रही है। किसी भी पक्ष के साथ नाइंसाफी नहीं होने दी जाएगी। फिलहाल डॉ. रामस्नेह ने कैथल के नागरिक अस्पताल में ज्वायन कर लिया है। जांच रिपोर्ट को फाइनल कर अधिकारियों को सौंपा जाएगा। बैठक में डॉ. मनदीप, डॉ. चंद्र मोहन, डॉ. नरेश वर्मा, डॉ. संतलाल, डॉ. आरएस पूनिया, डॉ. संजय मेहरा मौजूद रहे।