धर्म की खातिर गुरु अर्जन देव ने दी शहादत: विजयपाल सिंह
गुरु अर्जुनदेव के शहीदी पर्व पर शहर में जगह-जगह सिख समाज द्वारा मीठे पानी की छबीलें लगाई गई। इसी कड़ी में हाजियों वाला चौंक पर भी श्री गुरूद्वारा सिघ सभा सफीदों शहर द्वारा भी छबील का आयोजन किया गया।
संवाद सूत्र, सफीदों : गुरु अर्जुनदेव के शहीदी पर्व पर शहर में जगह-जगह सिख समाज द्वारा मीठे पानी की छबीलें लगाई गई। इसी कड़ी में हाजियों वाला चौंक पर भी श्री गुरूद्वारा सिघ सभा सफीदों शहर द्वारा भी छबील का आयोजन किया गया। इस छबील में राष्ट्रीय कीर्ति आह्वान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट विजयपाल सिंह आहलूवालिया ने विशेष रूप से शिरकत करके श्रद्धालुओं के साथ मिलकर सेवा की। अपने संबोधन में एडवोकेट विजयपाल सिंह ने कहा कि गुरु अर्जुन देव जी सिख धर्म के 5वें गुरु थे और उन्होंने ही अमृतसर में स्वर्ण मंदिर साहिब की नींव रखी थी। साथ ही उन्होंने गुरुद्वारों में चार दरवाजों की भी रूपरेखा तय की थी। इसके पीछे तर्क था कि मेरा विश्वास हर जाति और धर्म के पक्ष में है, चाहे व किसी भी दिशा से आए। इस अवसर पर श्रवण कुमार गर्ग, स. जगदीश सिंह नत्त, स. कश्मीर सिंह, स. गुरुचरण अरोड़ा, स. मंजीत सिंह लाडी, स. दलेर सिंह, अशोक गर्ग व रमेश कौशिक सहित काफी तादाद में लोग मौजूद थे।