किसानों की दुर्दशा पर सरकार व प्रशासन बना बैठा मूकदर्शक : बलबीर
लघु सचिवालय परिसर में संयुक्त किसान मोर्चे का धरना बुधवार को तीसरे दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता बेली राम कान्हाखेड़ा ने की और मंच संचालन डा. रामचंद्र ने किया।
संवाद सूत्र, नरवाना : लघु सचिवालय परिसर में संयुक्त किसान मोर्चे का धरना बुधवार को तीसरे दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता बेली राम कान्हाखेड़ा ने की और मंच संचालन डा. रामचंद्र ने किया। अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश स्तरीय नेता मास्टर बलबीर ने कहा कि हलके के गांव कालवन से धनौरी और पूरे नरवाना और उचाना तक गेहूं की फसल जल कर राख हो गई। दोनों खंडों में सैकड़ों जगह पर फानों में आग से भारी नुकसान हुआ है। पहले से ही सूखे चारे की कमी की मार झेल रहे किसानों को और संकट में डाल दिया है।
वहीं सरकार और प्रशासन केवल मूकदर्शक बना हुआ है। ऐसे में हम इस धरने के माध्यम से किसानों को तुरंत राहत अथवा मुआवजा देने की मांग करते हैं। ज्ञानीराम उचाना ने मंच सांझा करते हुए कहा कि सरकार पर जनता का दबाव होना चाहिए। इसके लिए हमें धर्म और जात-पात से ऊपर उठ कर संगठित होकर संघर्ष करने की जरूरत है। धरने को इनेलो के राष्ट्रीय प्रवक्ता उमेद लोहान ने समर्थन दिया और हर संभव सहायता देने का विश्वास दिलाया।
इस अवसर पर आजाद पालवां, विशाल मिर्धा, अंग्रेज नैन, चांद बहादुर, जयपाल दनौदा, बलराज, इंद्रजीत बैनीवाल, निहाल गुरुसर, रणधीर, सतबीर, अनिता कर्मगढ़ व बीरमती भी मौजूद रहे।