भीड़ में गोगल भारी, बरवाला के साथ 27 सरपंच
मपाल गिल, जींद : जींद विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा की टिकट के दावेदारों ने शुक्रवार को पर्यवेक्षक कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और राष्ट्रीय सचिव सुधा यादव के सामने शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान 11 प्रत्याशियों ने टिकट के लिए आवेदन किया। युवा नेता मास्टर गोगल के सैकड़ों समर्थकों ने हाथ में तख्तियां लेकर जमकर नारेबाजी की। दोपहर बाद करीब 2 बजे ओमप्रकाश धनखड़ और सुधा यादव कैथल रोड स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे तो टिकट के दस दावेदार और उनके समर्थक मौजूद थे। भीड़ में आधे से ज्यादा लोगों की संख्या मास्टर गो
कर्मपाल गिल, जींद : जींद विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा की टिकट के दावेदारों ने शुक्रवार को पर्यवेक्षक कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और राष्ट्रीय सचिव सुधा यादव के सामने शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान 11 प्रत्याशियों ने टिकट के लिए आवेदन किया। युवा नेता मास्टर गोगल के सैकड़ों समर्थकों ने हाथ में तख्तियां लेकर जमकर नारेबाजी की।
दोपहर बाद करीब 2 बजे ओमप्रकाश धनखड़ और सुधा यादव कैथल रोड स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे तो टिकट के दस दावेदार और उनके समर्थक मौजूद थे। भीड़ में आधे से ज्यादा लोगों की संख्या मास्टर गोगल के समर्थकों की थी। सैकड़ों लोगों के हाथों में मास्टर गोगल हलका जींद लिखी हुई तख्तियां थीं। इन समर्थकों ने धनखड़ व सुधा के आगे मास्टर गोगल ¨जदाबाद और भावी विधायक मा. गोगल के नारे लगाए। एकबारगी तो ऐसा हो गया था कि पूरा पार्टी कार्यालय ही गोगल समर्थकों ने हाईजैक कर लिया था। चारों तरफ गोगल की तख्तियां लिए समर्थकों की भीड़ थी। वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के नजदीकी मा. गोगल के समर्थन में भीड़ को देखकर दूसरे समर्थक भी हैरान रह गए। पार्टी कार्यालय में पेड़ों पर भी मा. गोगल के समर्थन की तख्तियां टांग दी गई थी।
--एक-एक दावेदार से की मुलाकात
माहौल में गर्मी देखकर धनखड़ और सुधा यादव ने एक-एक करके सभी दावेदारों को उनके समर्थकों के साथ अंदर बातचीत के लिए बुलाया। सभी दावेदारों के समर्थन में कई संगठनों के लोगों ने अपने शपथ पत्र भी दिए। पूर्व सांसद सुरेंद्र बरवाला के लिए 27 सरपंचों ने पैरवी की, जबकि शहर के कई सामाजिक संगठनों व तीन सरपंचों ने सीएम के निजी सचिव राजेश गोयल का समर्थन किया। आरएसएस के नेता भी गोयल की मजबूत पैरवी कर रहे हैं। इस कारण वह भी टिकट की पहली पंक्ति में जगह बनाए हुए हैं। भाजपा नेता कृष्ण मिढ़ा रुपया चौक से समर्थकों संग बाइक पर सवार होकर पार्टी कार्यालय पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पिता के दोनों चुनावों को उन्होंने ही संभाला है और फील्ड में लगातार सक्रिय रहे हैं। कुल 11 नेताओं ने जींद उपचुनाव के लिए टिकट मांगा। धनखड़ ने कहा कि उम्मीदवार की छवि, गांव व शहर में उसकी स्वीकार्यता के आधार पर प्राथमिकता के आधार पर नाम फाइनल करके हाईकमान को रिपोर्ट सौंप देंगे। इसके बाद हाईकमान की तरफ से प्रत्याशी के नाम की घोषणा होगी। ----------किसका दावा क्यों मजबूत---------------- --बरवाला का गांव-शहर में जनाधार
पिछले विधानसभा में पार्टी प्रत्याशी रहे सुरेंद्र बरवाला के समर्थन में 27 गांवों के सरपंच पर्यवेक्षकों के सामने पेश हुआ। उनके समर्थकों ने कहा कि गांवों के साथ शहर में भी बरवाला का अच्छा जनाधार है। वाल्मीकि समाज, पंजाबी समाज सहित कई संगठनों के पदाधिकारियों ने बरवाला के समर्थन में शपथ पत्र सौंपे। सरपंचों ने कहा कि बरवाला की ईमानदार छवि है, जिसका पार्टी को लाभ मिलेगी। सरपंचों ने यह भी कहा कि इस बार पुरानी गलती नहीं दोहराई जाएगी। भाजपा की टिकट पर बरवाला की ही जीत पक्की है। --गोगल समर्थक हुए थे टोपियां
मा. गोगल के सैकड़ों समर्थक हाथों में तख्तियों के साथ टोपी भी पहने हुए थे। गोगल ने कहा कि उनका परिवार 1965 से आरएसएस से जुड़ा हुआ है। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी की रेवाड़ी रैली में कैप्टन अभिमन्यु के आह्वान पर 92 वाहनों में लोग भेजे थे। केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद 550 से ज्यादा वाहन लगाए थे और जींद में समापन पर भीड़ जुटाई थी। जींद में सीएम के रोड शो के समापन और सीएम की तीर्थ यात्रा के दौरान ईक्कस में जुटी भीड़ पर सीएम ने भी उनकी पीठ थपथपाई थी। --सैनी ने करवाए शहर में काम
पार्टी के प्रदेश सचिव जवाहर सैनी के समर्थन में लोगों ने कहा कि उनकी पत्नी नगरपरिषद की प्रधान है। पहली बार नगरपरिषद की ओर से शहर में बड़े स्तर पर विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। बरसाती पानी की निकासी की योजना को पास करवाया है। सेक्टरों में 15 करोड़ से सड़कें बन रही हैं। बाहरी कॉलोनियों में गलियों को पक्का करने व सीवरेज लाइन बिछाने पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं। जवाहर के समर्थकों ने कहा कि शहर से सबसे ज्यादा वोट वही ले सकते हैं। --इन 11 नेताओं ने मांगी टिकट
पर्यवेक्षकों के सामने भाजपा नेता डॉ. कृष्ण मिढ़ा, सुरेंद्र बरवाला, मा. गोगल, टेकराम कंडेला, जवाहर सैनी, डॉ. ओपी पहल, सज्जन गर्ग, बलकार डाहौला, लीलाधर मित्तल व डॉ. एके चावला ने टिकट पर दावा ठोका। सभी ने अपने पक्ष में मजबूत तथ्य भी पेश किए।