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त्योहारी सीजन में उत्तर प्रदेश से आ रही नकली खोये की खेप, सीएम ¨वडो पर पहुंचा मामला

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : त्योहारी सीजन जैसे नजदीक आ रहा है। वैसे ही जिले में खोया की

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 12:24 AM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 12:24 AM (IST)
त्योहारी सीजन में उत्तर प्रदेश से आ रही नकली खोये की खेप, सीएम ¨वडो पर पहुंचा मामला
त्योहारी सीजन में उत्तर प्रदेश से आ रही नकली खोये की खेप, सीएम ¨वडो पर पहुंचा मामला

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : त्योहारी सीजन जैसे नजदीक आ रहा है। वैसे ही जिले में खोया की खपत बढ़ गई है। सीजन में उत्तर प्रदेश से नकली खोया की खेप आ रही है। मामले की शिकायत माडल टाउन निवासी महेंद्र ¨सह ने सीएम ¨वडो पर शिकायत दी है। इस धंधे में शामिल भ्रष्ट लोगों व अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

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सैंपल रिपोर्ट भी की जाए सार्वजनिक

शिकायतकर्ता ने ये भी मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग एवं खाद्य विभाग जो भी सैंपल लेता है। उन सैंपलों की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए, ताकि लोगों को उस दुकान या प्रतिष्ठान के बारे में जानकारी मिल सके। ये किस क्वालिटी का खाद्य सामग्री बेच रहा है। अधिकारी दिखाने के लिए सैंपल तो लेते हैं, लेकिन रिपोर्ट को दबा लेते हैं।

जिले में बढ़ रहे कैंसर के मरीज

¨चता प्रकट करते हुए कहा कि भ्रष्ट अधिकारी व कुछ लोगों के कारण दूषित खाद्य पदार्थ बिकता है। अपने लालच के चक्कर में लोगों को जानलेवा बीमारियों के मुंह में धकेल रहे हैं। जिले में लगातार कैंसर के मरीज बढ़ रहे हैं। ये भी एक ¨चता का विषय है। मिलावट का धंधा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

यहां से आता है मिलावटी खोया

सीएम ¨वडो में डाली शिकायत में ये भी बताया गया कि जिले में 600 से ज्यादा मिठाई की दुकान है। जिसमें 25 दुकानें नामचीन हैं। अधिकतर पर मुजफ्फरनगर, सहारनपुर इलाके से खोया आता है। इस खोया की खेप यमुनानगर स्टेशन रोडवेज गाड़ियों के माध्यम से जिले में पहुंचती है। गाड़ियों में कचरे की तरह ये खोया डाला जाता है, जिस पर लोग चप्पल जूते सहित बैठ जाते हैं। चालक भी रास्ते में ही इसे कचरे की तरह डाल देते हैं। उसके बाद ये प्रसिद्ध दुकानों में सप्लाई होता है। इस माल की निगरानी के लिए कर्मी छोड़े जाते हैं। लेकिन सामने कोई नहीं आता।

सस्ता पड़ता है ये खोया

मिलावटी खोया दुकानदारों को 100 रुपये प्रति किलोग्राम से कम पड़ता है। मिठाई तैयार कर 500 से 600 रुपये प्रति किलोग्राम बेची जाती है। आरोप है कि ये धंधा अधिकारियों की जानकारी के तहत चलता है।


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