नशे ने बाप-बेटे के रिश्ते को किया तार-तार
गांव नंदगढ़ में नशे ने एक परिवार को बिखेर दिया। नशे के आदी पुत्र ने परिजनों को काफी तंग किया हुआ था। बेटे की हरकतों से हर रोज लड़ाई और झगड़े होते थे। शुक्रवार रात भी झगड़े में पिता सतबीर ने बेटे राकेश को मोटे डंडे से मारा तो उसकी मौत हो गई।
संवाद सूत्र, जुलाना : गांव नंदगढ़ में नशे ने एक परिवार को बिखेर दिया। नशे के आदी पुत्र ने परिजनों को काफी तंग किया हुआ था। बेटे की हरकतों से हर रोज लड़ाई और झगड़े होते थे। शुक्रवार रात भी झगड़े में पिता सतबीर ने बेटे राकेश को मोटे डंडे से मारा तो उसकी मौत हो गई।
राकेश की मौत का कारण उसके द्वारा किया जाने वाला नशा रहा है। अक्सर राकेश अपनी खेतीबाड़ी छोड़कर नशे में धुत रहता था। वह नशे की राह पर इस कदर दौड़ पड़ा था कि उसे अपने भाई और माता-पिता का कोई ख्याल नहीं रहा था। राकेश नशे में धुत होकर अपने माता पिता को के साथ गाली गलौच और मार-पिटाई करता था।
बताया जाता है कि राकेश के पिता सतवीर ने कई बार उसे नशे की लत छुड़वाने के लिए खेती-बाड़ी के कार्य में लगाया था। इसके लिए सतबीर ने कई लाख रुपये लगाकर उसे खेती के उपकरण भी दिए थे, लेकिन राकेश ने कृषि उपकरणों को भी नशे के चक्कर में बेच दिया था। इसके बावजूद पिता सतवीर ने बेटे को सही रास्ते पर लाने के लिए उसे फिर से जमीन को समतल करने की मशीन व कल्टीवेटर खरीदकर दिए थे ताकि वह इस मशीन से काम करके रुपये कमा सके। लेकिन राकेश अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और नशे की राह से हटने का नाम नहीं ले रहा था। बेटे की मौत का यह रहा कारण
शुक्रवार को राकेश ने नशे में धुत होकर माता-पिता के रिश्ते की सारी मर्यादाओं को लांघने का काम किया, जो उसकी मौत का कारण बन गया। देर सायं राकेश ने नशे में घर पहुंच कर अपनी माता को घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद अपने पिता सतवीर के साथ गाली-गलौच करते हुए मार पिटाई शुरू कर दी और बात मरने मारने तक आ पहुंची। इसमें सतवीर ने ताव में आकर राकेश के सिर पर डंडे से वार कर दिया जिससे वह बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ा। परिजन उसे गंभीर हालत में रोहतक पीजीआइ लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने राकेश को मृत घोषित कर दिया। बेटे की मौत के जुर्म में पिता को जाना पड़ेगा जेल
सतवीर ने अपने बुढ़ापे का सहारा बनाने के लिए दो बेटों की परवरिश की थी। लेकिन सतवीर का यह सपना साकार नहीं हो पाया। छोटे बेटे के दोबारा नशे के मार्ग पर चलने से वह काफी हताश और दुखी रहा। बेटे को नशे की राह से हटाने के लिए काफी तीर्थ यात्राएं भी की, लेकिन कोई काम नहीं आ सकी। अब सतवीर को अपने बेटे राकेश की मौत करने के जुर्म में जेल जाना पड़ेगा।