कृषि कानूनों की कापियां जलाकर किसान आज मनाएंगे लोहड़ी
कृषि कानूनों के विरोध में खटकड़ टोल पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 18वें दिन भी किसानों का धरना जारी रहा।
संवाद सूत्र, उचाना : कृषि कानूनों के विरोध में खटकड़ टोल पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 18वें दिन भी किसानों का धरना जारी रहा। मंगलवार को धरने की अध्यक्षता लीला मोहनगढ़ छापड़ा ने की। किसानों ने आह्वान किया कि बुधवार को टोल टैक्स पर किसान कृषि कानूनों की कापियां जलाकर लोहड़ी के पर्व को मनाएंगे। धरना स्थल पर करनाल पुलिस द्वारा 900 किसानों पर दर्ज किए गए मामले की कड़े शब्दों में निदा करते हुए इन्हें तुरंत प्रभाव से रद करने की मांग की गई। किसानों ने सीएम मनोहर लाल का पुतला फूंक कर रोष प्रकट किया ।
किसान नेता आजाद पालवां ने कहा कि करनाल के कैमला गांव में सीएम मनोहर लाल की किसान पंचायत में किसान जा रहे थे। किसानों को पुलिस द्वारा रोका गया। किसानों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े गए, ठंडा पानी फेंका गया। आज अपनी बात कहने से भी किसानों को रोका जा रहा है। किसान सीएम से मिलकर कृषि कानूनों के फायदों के बारे में जानना चाहते थे। पुलिस द्वारा किसानों को वहां नहीं जाने दिया गया। अब पुलिस द्वारा 900 किसानों पर मामले दर्ज किए हैं। महिला किसान सिक्किम सफा खेड़ी ने कहा कि यह किसानों का आंदोलन है। 26 नवंबर से दिल्ली बॉर्डर पर शुरू हुआ यह आंदोलन आज जन आंदोलन बन गया है। सतबीर पहलवान ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर 23 जनवरी से ही किसान दिल्ली के लिए कूच कर देंगे। हर घर से एक किसान पहुंचे, इसके लिए गांव-गांव जाकर टीम प्रचार करेंगी।
इस मौके पर बिजेंद्र संधू, राकेश खटकड़, भरत सिंह पूर्व सरपंच, राजेंद्र जैन बरसोला, बिरखा खटकड़, मेवा करसिधु, रामनिवास करसिधु, दिलबाग खटकड़, डॉ. इंद्र सिंह श्योकंद, महेंद्र खरक, अशोक सफा खेड़ी, ईश्वर खटकड़, जयप्रकाश मौजूद रहे।