ट्रेन के माध्यम से उचाना से दिल्ली बार्डर पर पहुंचे किसान
किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने पर किसानों ने दिल्ली बार्डन पर पहुंचने के लिए अलग अलग रास्ते अपनाए। उचाना से भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के जिला अध्यक्ष आजाद पालवां की अगुवाई में किसान रेल मार्ग से टीकरी बार्डर के लिए निकले।
संवाद सूत्र, उचाना : किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने पर किसानों ने दिल्ली बार्डन पर पहुंचने के लिए अलग अलग रास्ते अपनाए। उचाना से भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के जिला अध्यक्ष आजाद पालवां की अगुवाई में किसान रेल मार्ग से टीकरी बार्डर के लिए निकले। किसान भारतीय किसान यूनियन और अलग-अलग किसान संगठनों के झंडे लेकर सुबह ही उचाना रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा हुए। छिदवाड़ा एक्सप्रेस उचाना स्टेशन पर पहुंची तो किसान इसमें सवार होकर दिल्ली की तरफ निकले। किसानो ने रवाना होने से पहले जमकर नारेबाजी की। आजाद पालवां ने बताया कि किसान एक साल पूरा होने पर पहली वर्षगांठ मनाने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर जा रहे है। आज हरियाणा से लाखों किसान दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचे है। कोई रेल मार्ग, कोई सड़क मार्ग से दिल्ली की सीमाओं पर पहुंच रहा है। हालांकि मोदी सरकार ने तीनों कृषि कानून रद करने की घोषणा कर दी है, लेकिन किसानों के अन्य मुद्दों के लिए किसानों के आंदोलन चलता रहेगा। हरियाणा सरकार ने अलग अलग जिलों में हजारों किसानों पर मुकदमे दर्ज कर रखे है उनको खारिज करने, पराली एक्ट, बिजली बिल संशोधन आदि के लिए भी किसान अपना आंदोलन जारी रखेंगे। सूबेदार बलबीर बड़ोदा ने बताया कि किसान एमएसपी की गारंटी और अन्य मांगों को लेकर अपना संघर्ष जारी रखेंगे। किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर डटे रहेंगे। किसानों की शहादत रंग लाई। किसानों के जत्थे में ज्ञानी राम, सतबीर शमर कसूहन सहित विभिन्न गांवों से किसान शामिल हुए।