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मिलों की लिमिट पूरी होने पर एजेंसी ने किया खरीदना से मना, किसान ने किया गेट बंद

मेला मंडी में धान की खरीद नहीं होने से परेशान हो रहे किसान

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 07:05 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 07:05 AM (IST)
मिलों की लिमिट पूरी होने पर एजेंसी ने किया खरीदना से मना, किसान ने किया गेट बंद
मिलों की लिमिट पूरी होने पर एजेंसी ने किया खरीदना से मना, किसान ने किया गेट बंद

फोटो-12

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संवाद सूत्र, नरवाना : मेला मंडी में धान की खरीद नहीं होने से परेशान किसान प्रतिदिन गेट पर ताला लगा रहे हैं। बुधवार को भी बोली शुरू नहीं होने पर किसानों न जब गेट को बंद किया तो एजेंसी ने धान की खरीद शुरू की। प्रतिदिन खरीद नहीं होने से मंडी धान से भर गई है। वहीं जिन एजेंसियों को मिल अलॉट की गई है, उनकी भंडारण क्षमता समाप्त हो चुकी है। ऐसे में मिलर्स ने एजेंसियों के सामने हाथ खड़े कर दिए हैं। जिससे एजेंसी भी धान खरीदने में आनाकानी करती नजर आ रही है।

बुधवार को हैफेड ने धान की खरीद करनी थी, लेकिन एजेंसी द्वारा निर्धारित किए गए मिलर्स ने कह दिया था कि उनका कोटा पूरा हो गया है। हैफेड इंस्पेक्टर ने किसानों को बताया कि हैफेड को तीन मिल अलॉट हैं, लेकिन उनकी लिमिट पूरी हो चुकी है। जिस कारण मिलर्स धान की बोली पर आने से मना कर रहे हैं। ताला लगाने की सूचना मिलते ही सचिव जोगेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी धान की खरीद की जाएगी। इसके लिए हैफेड के डीएम से बात की जाएगी और उनकी धान खरीद की जाएगी। किसान सचिव के आश्वासन पर नहीं माने और उन्होंने कहा कि धरने से उठते ही बोली बंद कर दी जाएगी। वहीं गेट पर ताला लगते ही शहर थाना प्रभारी महेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने सचिव के साथ बात की। इसके बाद सचिव व एसएचओ ने किसानों को मनाकर गेट खुलवा दिया। पंजीकरण न होने पर किसान पंजाब में धान बेचने को मजबूर

मेरी फसल मेरा ब्यौरा के तहत जिन किसानों का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ था। उन किसानों को फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना बहुत जरूरी है, लेकिन जिन किसानों को पंजीकरण करवाना चाहा तो साइट न चलने के कारण परेशानी आ रही है। ऐसे में किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए पंजाब की ओर रूख करना पड़ रहा है। एक किसान ने बताया कि उसने सीएससी सेंटर में जाकर पंजीकरण करवाया था, परंतु उसका केवल एक एकड़ नरमा का पंजीकरण हुआ है, लेकिन 29 एकड़ धान का पंजीकरण नहीं हो पाया है। अब उसको पंजाब में ही अपनी धान बेचनी पड़ेगी। सचिव ने पकड़ी तोल में गड़बड़ी

मार्केट कमेटी सचिव जोगेंद्र सिंह जब धमतान अनाज मंडी का दौरा कर रहे थे, तो उन्होंने एक जगह धान तोलने के लिए कांटा लगा पाया। जब उन्होंने धान की तुलाई करवाई तो 200 ग्राम ज्यादा धान तोली जा रही थी। ऐसा ही मामला उसी मंडी में दूसरी जगह देखने को मिला। जिससे सचिव के सामने दो जगह तोल में गड़बड़ी पाई गई।


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