कृषि मंत्री को घाघरा भेंट करेंगे किसान
किसान सभा व भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई में सोमवार को किसानों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने फसलों के नुकसान के लिए दिए जा रहे मुअावजे को बेहद कम बताया। किसान सभा प्रदेश के कृषि मंत्री आेमप्रकाश धनखड़ को घाघरा भेंट करेगी।
जींद। किसान सभा व भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई में सोमवार को किसानों ने अपनी मांगों काे लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने फसलों के नुकसान के लिए दिए जा रहे मुअावजे को बेहद कम बताया और प्रदेश के कृषि मंत्री आेमप्रकाश धनखड़ पर हमले किए। किसान सभा ने ऐलान किया कि वह कृषि मंत्री को घाघरा भेंट करेगी।
किसानों का कहना था कि सत्ता में आने से पहले धनखड़ किसानों के साथ सड़कों पर घूमते थे, किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर किसान हित की बात कहते थे। कुर्सी मिलने के बाद किसानों को मुआवजे के रूप में 500-500 रुपये मिलने की बात पर घाघरी पहनकर नाचने की बात करते हैं। किसान सभा भी प्रदेश के कृषि मंत्री की इस इच्छा को पूरा करने की ठान ली है। जब भी प्रदेश के कृषि मंत्री किसानों के किसी कार्यक्रम में शामिल होंगे किसान सभा उन्हें घाघरी भेंट करेगी।
सत्ता में आने से पहले किसान हितों की बात करने वाले नेता आज खुद ही किसानों को बर्बादी के कगार पर पहुंचा रहे हैं। केंद्र सरकार ने यदि किसानों की मांगों को नहीं माना तो अक्टूबर में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के नेतृत्व में देशव्यापी आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। किसान सभा की केंद्रीय कार्यकारिणी ने इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी है।
किसान नेताओं ने किसानों की आत्महत्या के लिए भद्दी टिप्पणी करने वाले केंद्रीय कृषि मंत्री को माफ नहीं करेंगे तथा प्रदेश भर में केंद्रीय कृषि मंत्री की शव यात्रा निकालकर पुतले फूंका जाएगा। पुतले फूंकने का यह कार्यक्रम जिला स्तर से होते हुए तहसील, खंड व ग्राम स्तर के बाद घर-घर पहुंचाया जाएगा।
भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रत्न सिंह मान ने सोमवार दोपहर लघु सचिवालय में डीसी को प्रधानमंत्री व नरेंद्र मोदी के नाम मांगों का ज्ञापन सौंपा। इससे पहले किसान रानी तालाब स्थित नेहरु पार्क में एकत्रित हुए तथा वहां से केंद्रीय कृषि मंत्री की शवयात्रा निकालते हुए शहर में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। लघु सचिवालय में पहुंचने के बाद किसानों ने लघु सचिवालय के सामने केंद्रीय कृषि मंत्री का पुतला फूंका।
ज्ञापन में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के सामने रखी यह मांगे
- किसान मजदूर को कर्ज मुक्त किया जाए, फसलों का उचित भाव नहीं मिलने के कारण किसान कर्जदार हुआ है।
- लोकसभा चुनावों से पूर्व किए अपने वादे को पूरा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करें।
- मनरेगा को कृषि से जोड़ा जाए। भूमि अधिग्रहण बिल 2015 को रद किया जाए।
- किसानों के बकाया बिजली बिल रमाफ किए जाएं।
- शुगर मिलों की तरफ किसानों की बकाया पड़ी राशि को तुरंत जारी किया जाए।
- हरियाणा में डीजल- पेट्रोल पर लगाए गए वेट को समाप्त किया जाए।
- कर्ज अदायगी नहीं करने वाले किसानों के चित्र प्रकाशित करने पर रोक लगाई जाए।
- हरियाणा में मौसम की मार से खराब हुई गेहूं के दोबारा हुए सर्वे रिपोर्ट को प्रकाशित किया जाए।
- गत वर्षों हुई भूमि अधिग्रहण का उचित मुआवजा शीघ्र दिया जाए।
- करनाल शुगर मिल की पिराई क्षमता को बढ़ाया जाए।
- प्रदेशभर में आवारा पशुओं से किसानों की खेतों को बचाने के उचित प्रबंध किए जाएं।