बिल के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने मनाया काला दिवस
बिजली बिल के विरोध में सोमवार को बिजली कर्मचारियों ने काला दिवस मनाया और निगम कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, जींद : बिजली बिल के विरोध में सोमवार को बिजली कर्मचारियों ने काला दिवस मनाया और निगम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। मीटिग की अध्यक्षता करते हुए प्रधान नरेंद्र दूहन ने की और संचालन सब यूनिट नंबर दो के सचिव संदीप गिल ने किया। सर्कल सचिव धर्मबीर भंभेवा व जिला प्रधान रामफल दलाल ने कहा कि जब से केंद्र में व प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से आम जनता किसान मजदूर कर्मचारी विरोधी कार्य कर रही है। आज पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, लेकिन सरकार इसकी आड़ लेकर लगातार किसान मजदूर कर्मचारी विरोधी कार्य कर रही है। इस महामारी के समय सरकारी विभागों को अपने चेहते पूंजीपतियों को बेच रही है। पूरी देश के बिजली सेक्टर को बेचने का 17 अप्रैल को फैसला ले चुकी है। इस कानून से राज्य सरकारों के सारे अधिकार समाप्त होकर केंद्र के हाथों में चले जाएंगे। किसानों को 10 पैसे की बजाय 7 और 8 रुपये प्रति यूनिट बिजली 500 यूनिट तक के घरेलू उपभोक्ताओं की सब्सिडी भी बंद हो जाएगी। कर्मचारियों का शोषण होगा और कच्चे कर्मचारियों की नौकरी खतरे में आ जाएगी। पूरे देश के बिजली कर्मचारी आने वाले समय में बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे और चार जून को अखिल भारतीय सरकारी कर्मचारी संघ के आह्वान पर सरकारों के कर्मचारी विरोधी फैसलों के खिलाफ डीसी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।