बिल नहीं भरने वालों पर शिकंजा, बिजली निगम ने मीटर उतारने किए शुरू
बिल सेटलमेंट स्कीम में छूट देने के बावजूद बकाया न जमा कराने वालों पर बिजली निगम ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जो उपभोक्ता बिल नहीं भर रहे हैं, उनके मीटर उखाड़े जा रहे हैं। ये अभियान 15 फरवरी तक चलेगा। इसके बाद बिजली चोरी करने वालों पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही निगम ने लैंड रिकवरी एक्ट के तहत केस बनाने की भी चेतावनी दी है।
जागरण संवाददाता, जींद : बिल सेटलमेंट स्कीम में छूट देने के बावजूद बकाया न जमा कराने वालों पर बिजली निगम ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जो उपभोक्ता बिल नहीं भर रहे हैं, उनके मीटर उखाड़े जा रहे हैं। ये अभियान 15 फरवरी तक चलेगा। इसके बाद बिजली चोरी करने वालों पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही निगम ने लैंड रिकवरी एक्ट के तहत केस बनाने की भी चेतावनी दी है।
सोमवार को जुलाना सब डिविजन के तहत आने वाले लिजवाना, गोसाई खेड़ा, किलाजफरगढ़ समेत कई गांवों में बिजली कर्मचारियों ने अभियान चलाते हुए 50 से ज्यादा मीटर उखाड़े।
गौरतलब है कि सरकार द्वारा बकाया बिजली बिलों की रिकवरी के लिए पिछले साल बिल सेटलमेंट स्कीम शुरू की गई थी। पहले ये स्कीम 31 दिसंबर तक लागू की गई, जो बाद में 31 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी गई। इस दौरान जींद सर्कल में करीब 90 हजार डिफाल्टर उपभोक्ताओं ने बकाया बिल जमा कराए। उसके बावजूद अभी भी 30 हजार से ज्यादा ग्रामीण उपभोक्ताओं ने बकाया बिल जमा नहीं कराए हैं। जींद सर्कल में डिफाल्टरों को 15 फरवरी तक का मौका दिया गया है। इस दौरान निगम के कर्मचारी गांवों में जाकर लोगों से बिल भरवा रहे हैं और जो बिल भरने से इंकार कर रहा है, उनके मीटर उखाड़े जा रहे हैं।
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उपभोक्ताओं से अपील है कि वे समय रहते अपने बकाया बिल जमा करा दें, जिससे मीटर उखाड़ने की नौबत ना आए। इससे निगम के साथ-साथ उपभोक्ताओं का भी काम बढ़ेगा। अब तो बकाया राशि का केवल 5 से 7 प्रतिशत हिस्सा ही भरना है। बाद में पूरी राशि जमा करानी होगी। वहीं बिजली चोरी करने वालों पर एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी।
श्यामबीर सैनी, एसई, बिजली निगम, जींद