खेड़ी सफा के तालाब में 25 साल से जमा गंदा पानी, लोगों में भारी रोष
जागरण संवाददाता, जींद : उचाना-नरवाना रोड के बीच पर पांच हजार की आबादी बने गांव खेड़ी सफ
जागरण संवाददाता, जींद : उचाना-नरवाना रोड के बीच पर पांच हजार की आबादी बने गांव खेड़ी सफा में समस्याओं का अंबार है। इस गांव में 1650 मतदाता हैं। गांव के आबाद होने से अब तक ग्रामीणों को पूरी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। गांव की सबसे बड़ी समस्या गांव में बनी बुडन पत्ती व हरिजन मुहल्ले के बीच गंदे पानी से भरे हुए तालाब की है। यह समस्या पिछले 25 सालों से बनी हुई है। तालाब के दोनों ओर बने 150 मकानों में 1500 के करीब सदस्य रहते हैं। तालाब में हर समय पानी जमा रहने के कारण बीमारियों के फैलने का खतरा पैदा हो गया है। इतना ही नहीं इसकी वजह से पूरे गांव का वातावरण खराब होने के साथ वहां मच्छर भी पनपना शुरू हो गए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार इसी गांव में 200 के करीब ऐसे लोग मिले थे। जिनमें डेंगू की बीमारी थी। तालाब के पानी निकलवाने को लेकर बस्ती के लोग कई बार अधिकारियों को अवगत करवा चुके हैं। बावजूद इसके इस समस्या को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
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गांव का इतिहास :
पटियाला के राजा इस रोड से जब भी जींद की ओर आते या फिर जींद से पटियाला की तरफ जाते तो वह इस गांव में जरुर विश्राम करते थे। बुजुर्गों की माने तो उनका कहना था कि इस गांव का नाम एक बुजुर्ग के नाम पर ही रखा गया था, क्योंकि उस बुजुर्ग का नाम सपा था। पुराने में समय में विवादों के चलते यह गांव अलग आबाद हुआ था। जिसके बाद से इस गांव को खेड़ी सफा के नाम जाना जाने लगा। इतना ही गांव में दो मंदिर शिव व हनुमान के हैं। शिव का मंदिर काफी पुराना है ओर हनुमान का दस साल पहले बनवाया गया। इनमें ग्रामीणों की बड़ी आस्था है।
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आठवीं तक का है स्कूल
ग्रामीण बलवान ने बताया कि गांव में एक सरकारी स्कूल है जो कि सिर्फ आठवीं तक का ही है। उसके बाद लड़कियों को पढ़ाई के लिए बाहर भेजना पड़ता है। जिसकी वजह से उनको परेशानी भी होती है। स्कूल में कक्षाएं ओर बढ़ जाए तो अच्छा होगा।
स्वास्थ्य केंद्र की हालात खस्ता
बुजुर्ग महेंद्र ने कहा कि गांव के स्वास्थ्य केंद्र ही हालात खस्ता है। जिसकी वजह से केंद्र में जाने वाले ग्रामीणों को भी किसी भी समय हादसे होने का डर बना रहता है। अभी फिलहाल केंद्र के कर्मचारी दूसरी जगह किराया देकर बैठे है।
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लटक रहे बिजली के तार
अमित ने बताया कि बिजली के तार ढीले पड़े हुए हैं। इसको लेकर कई बार निगम के अधिकारियों को भी शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। गांव में जिस रास्ते पर भी तार ढीले वहां जाना खतरे से खाली नहीं है। ----------------
सप्लाई के पानी में आता है गंद
दिनेश ने बताया कि पानी की सप्लाई के लिए जो पाइप दबाए गए हैं वह पुराने होने की वजह से लीकेज होने लगे हैं। जिसकी वजह से उसके साथ लगती दूसरी गंदे पानी की पानी पाइप का पानी मिलकर सप्लाई के पानी में गंद आता है।
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तालाब से गंदे पानी की निकासी को लेकर पाइप लाइन दबाई हुई है। अगले छह माह के अंदर तालाब से पानी को निकाल दिया जाएगा। ग्रामीणों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।
संदीप, सरपंच, खेड़ी सफा खेड़ी