स्कूली पाठ्यक्रम से हटकर किताबें पढ़ें बच्चे
डीएवी स्कूल के प्रिसिपल डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी कहते हैं लॉकडाउन के समय का सदुपयोग करके विद्यार्थी काफी कुछ नया सीख सकते हैं। स्कूल ने ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की हैं लेकिन वे भी ज्यादा प्रभावी नहीं हो पा रही हैं।
जींद: डीएवी स्कूल के प्रिसिपल डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी कहते हैं लॉकडाउन के समय का सदुपयोग करके विद्यार्थी काफी कुछ नया सीख सकते हैं। स्कूल ने ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की हैं, लेकिन वे भी ज्यादा प्रभावी नहीं हो पा रही हैं। फिर भी मोबाइल, इंटरनेट बड़ा सहारा है। कई साइटों पर सभी कक्षाओं के लिए एक्टिविटी बताई जाती हैं। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने पोर्टल शुरू किया है, जिस पर सवाल पूछकर जवाब ले सकते हैं। घर के वेस्ट मैटीरियल से अच्छी चीजें बनाकर देखनी चाहिए। साइंस से रिलेटिड व पर्यावरण संबंधी मॉडल बना सकते हैं। स्कूली पाठ्यक्रम से हटकर धार्मिक, सामाजिक, अध्यात्म, योग व कहानियों की किताबें पढ़कर ज्ञानवर्धन कर सकते हैं। बुजुर्ग दादा-दादी, नाना-नानी अपने अनुभव बच्चों के साथ शेयर कर सकते हैं। इस समय बच्चों को अच्छी आदतें सिखाकर संस्कारित करके उनका जीवन ही बदला जा सकता है। लड़कियां रसोई में खाने-पीने के व्यंजन बनाने सीख सकती हैं।