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नरवाना में सात, जुलाना और सफीदों में दो एमएम बारिश, सरसों की फसल में हो सकता नुकसान

जिलेभर नरवाना, सफीदों और जुलाना आदि क्षेत्रों में बुधवार सुबह बूंदाबांदी हुई। इसके अलावा दिनभर बादल छाए रहे और बूंदाबांदी होती रही।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 10:56 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 10:56 AM (IST)
नरवाना में सात, जुलाना और सफीदों में दो एमएम बारिश, सरसों की फसल में हो सकता नुकसान
नरवाना में सात, जुलाना और सफीदों में दो एमएम बारिश, सरसों की फसल में हो सकता नुकसान

जागरण संवाददाता, जींद : जिलेभर नरवाना, सफीदों और जुलाना आदि क्षेत्रों में बुधवार सुबह बूंदाबांदी हुई। इसके अलावा दिनभर बादल छाए रहे और बूंदाबांदी होती रही। नरवाना में सबसे ज्यादा सात एमएम, सफीदों और जुलाना में दो एमएम तथा पिल्लूखेड़ा में दो एमएम बारिश हुई। जींद समेत बाकी स्थानों पर बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग के अनुसार 22 फरवरी तक इसी तरह मौसम रहने और बारिश के आसार हैं। बुधवार को अधिकतम तापमान 18 और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री रहा।

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कृषि विशेषज्ञों के अनुसार बारिश गेहूं की फसल में फायदेमंद है। अगर तेज हवा चलती है, तो नुकसान हो सकता है। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. यशपाल मलिक ने बताया कि बारिश से जहां गेहूं की फसल में ¨सचाई का खर्च बचेगा, जबकि पैदावार भी बढ़ेगा, लेकिन बारिश से सरसों की फसल में नुकसान होगा। बारिश से सरसों की फलियां काली पड़ जाएंगी, जिससे अंदर सरसों के दाना खराब हो सकता है। जिले में करीब 2.17 लाख हेक्टेयर में गेहूं व करीब पांच हजार हेक्टेयर में सरसों की फसल है।


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