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जींद डिपो में जल्द लौटेंगे सिरसा डिपो में डेपुटेशन पर गए 57 चालक-परिचालक

जिले के हजारों यात्रियों और डिपो के लिए राहत भरी खबर यह है कि आठ महीने पहले सिरसा डिपो में डेपुटेशन (प्रतिनियुक्ति) पर गए 57 चालक-परिचालक जल्द जींद डिपो में वापस लौटने जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Sep 2019 06:20 AM (IST)Updated: Sun, 08 Sep 2019 06:20 AM (IST)
जींद डिपो में जल्द लौटेंगे सिरसा डिपो में डेपुटेशन पर गए 57 चालक-परिचालक
जींद डिपो में जल्द लौटेंगे सिरसा डिपो में डेपुटेशन पर गए 57 चालक-परिचालक

जागरण संवाददाता, जींद : जिले के हजारों यात्रियों और डिपो के लिए राहत भरी खबर यह है कि आठ महीने पहले सिरसा डिपो में डेपुटेशन (प्रतिनियुक्ति) पर गए 57 चालक-परिचालक जल्द जींद डिपो में वापस लौटने जा रहे हैं। परिवहन विभाग के मुख्यालय की तरफ से सभी डिपो महाप्रबंधकों को आदेश जारी कर कहा गया है कि दूसरे जिलों में डेपुटेशन पर भेजे गए सभी चालक-परिचालकों को तुरंत प्रभाव से वापस उनके मूल डिपो में भेजा जाए। इन चालक-परिचालकों के वापस लौटने पर जींद डिपो की कई बसें ऑन रूट होंगी और हजारों यात्रियों को फायदा मिलेगा।

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बता दें कि इसी साल फरवरी महीने में जींद डिपो से 40 चालक और 17 परिचालकों को चार महीने के लिए सिरसा डिपो में डेपुटेशन पर भेजा गया था। चार महीने बीत जाने के बाद जून महीने में जींद डिपो में चालक-परिचालकों की कमी का हवाला देते हुए लगातार चार-पांच पत्र मुख्यालय को लिखे लेकिन मुख्यालय की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। चालक-परिचालकों की कमी में जींद डिपो की कुछ बसें डिपो में ही खड़ी रह जाती थी। इससे यात्रियों को भी बेहतर सुविधा नहीं मिल पा रही थी और डिपो को भी घाटा हो रहा था। परिवहन विभाग के मुख्यालय की तरफ से सर्वजीत कौर द्वारा छह सितंबर को पत्र जारी करते हुए कहा गया कि डेपुटेशन का टाइम पूरा होने के बाद भी कुछ डिपो में चालक-परिचालकों को अपने मूल डिपो में नहीं भेजा जा रहा। सभी डिपो महाप्रबंधक अपने डिपो में डेपुटेशन पर काम कर रहे चालक-परिचालकों को तुरंत प्रभाव से अपने मूल डिपो में भेजने का काम करें।

10 बसों को कर दिया जाएगा ऑन रूट

फरवरी महीने में जींद से सिरसा डिपो में 40 चालक और 17 परिचालकों को डेपुटेशन पर भेजा गया था। अगर यह चालक-परिचालक वापस लौट आते हैं तो डिपो में खड़ी उन 10 बसों को ऑन रूट कर दिया जाएगा, जिन्हें कंडम घोषित होने के बाद दोबारा से ऑन रूट करने की स्वीकृति मुख्यालय से मिल चुकी है। इससे यात्रियों को भी सुविधा होगी और डिपो को भी फायदा होगा तथा बेड़े में बसों की संख्या और स्टाफ की संख्या बढ़ेगी।

--गुलाब सिंह दूहन, वर्कशॉप मैनेजर, जींद

सरकार बसों की संख्या बढ़ा नहीं रही और कर्मचारी दिखा रही सर प्लस : लाठर

जब विभाग के पास 4500 बसें थी, तब उसके अनुसार भर्ती की गई थी। उस समय चालक-परिचालक पूरे थे लेकिन अब बसें मात्र 3570 रह गई हैं। बसों की संख्या घटने से कर्मचारियों को सर प्लस दिखाया जा रहा है। आम जनता की परेशानी और जरूरत को देखते हुए रोडवेज बसों की संख्या बढ़ाए। जींद डिपो में भी नार्म के हिसाब से बसें कम हैं लेकिन 35 कर्मचारियों को सर प्लस दिखाया जा रहा है।

---अनूप लाठर, जींद डिपो प्रधान, कर्मचारी महासंघ


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