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जींद के गांव में धर्मांतरण पर विवाद भड़का

जिले के मनोहरपुर गांव में कुछ परिवारों द्वारा कथित रूप से ईसाई धर्म अपनाने के बाद विवाद बढ़ गया है। ग्रामीणों ने इन परिवारों पर अन्‍य लोगों को जबरन व प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने रविवार को इस मामले पर गांव में

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2015 06:37 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2015 07:28 PM (IST)
जींद के गांव में धर्मांतरण पर विवाद भड़का

जागरण संवाददाता, जींद : जिले के मनोहरपुर गांव में कुछ परिवारों द्वारा कथित रूप से ईसाई धर्म अपनाने के बाद विवाद बढ़ गया है। ग्रामीणों ने इन परिवारों पर अन्य लोगों को जबरन व प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने रविवार को इस मामले पर गांव में पंचायत की। इसमें इन परिवारों को भी बुलाया गया, लेकिन वे नहीं आए तो उनको मूल धर्म में लौटने के लिए बुधवार तक का समय दिया गया।

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दूसरी ओर इन परिवारों के सदस्यों का कहना है कि उन्होंने धर्म परिवर्तन नहीं किया है, बल्कि ईसा मसीह को मानने लगे हैं और मूर्ति पूजा छोड़ दी है। इन परिवारों ने जींद में जिला उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक के आवास पर पहुंचकर जान माल को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की।

ग्रामीणों ने पंचायत के दौरान कई बार चौकीदार को भेजकर धर्म परिर्वन करने वाले परिवारों को बुलावा भेजा, परंतु वे अपाने घरों पर ताले लगाकर सीधे डीसी आवास पहुुंचे तथा डीसी आवास से एसपी आवास पहुंच गए।इसके बाद पंचायत ने धर्म परिवर्तन कर चुके सभी परिवार को अपने मूल धर्म में लौटने के लिए बुधवार तक का वक्त दिया। सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर पंचायत द्वारा सामूहिक फैसला लेने का ऐलान किया गया।

धर्म परिवर्तन को लेकर गांव में पिछले करीब एक सप्ताह जारी विवाद अब गर्मा गया है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी है। तनाव के मद्देनजर पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है। रविवार को गांव में हुई पंचायत में ग्रामीण जोगेंद्र सिंह, जयपाल, जगबीर के अलावा साधु संत स्वामी ब्रह्मानंद, आचार्य राजेंद्र, प्रो. ओमकुमार के अलावा विश्व हिंदू परिषद तथा बजरंग दल के सदस्य सहित काफी संख्या में लोग शामिल हुए।

इस मौके पर चौपाल में हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया तथा इसमें इन आठ परिवारों के सदस्यों को शामिल होने का निमंत्रण दिया। ग्रामीणों ने इन परिवारों पर ग्रामीण सुल्तान व रामधारी के घर जाकर हिंदू धर्म व देवी देवताओं का अपमान करने व जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।

ग्रामीण जोगेंद्र ने कहा, गांव में पिछले कई वर्षों से गुपचुप तरीके से धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा था। अंदरखाते ईसाई धर्म कबूल कर चुके परिवारों के सदस्य अन्य गांव के गरीब परिवारों के घर जाकर प्रलोभन देकर तथा जोर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाने के प्रयास कर रहे हैं। इन लोगों ने गांव में सुल्तान सिंह व मेरे पिता रामधारी का भी धर्म परिवर्तन करवाने का प्रयास किया। मना करने पर जोर-जबरदस्ती की।

उसने कहा कि इससे सारा मामला उजागर हुआ। इसके बाद रविवार को पंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया गया था, ताकि पंचायती स्तर पर विवाद का निपटाया किया जा सके। इस बारे में इन परिवारों को भी अवगत करवा दिया गया था।

दूसरी ओर इन परिवारों की अगुवाई करते हुए जींद पहुंचे ग्रामीण रामनिवास ने कहा कि अब तक गांव में किसी भी परिवार ने धर्म परिवर्तन नहीं किया है। हां, मूर्ति पूजा छोड़कर ईशा-मसीह को अवश्य स्वीकार किया है। बाकी सभी कार्य में वे अपनी पुरानी परंपराओं को पालन कर रहे हैंहै। सभी परिवारों ने अपनी इच्छा से ईशा-मसीह को स्वीकार किया है तथा इसके लिए किसी पर कोई जबरदस्ती नहीं हुई है तथा न होगी।


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