फिजिशियन व ईएनटी सर्जन भेजने के लिए डीजी हेल्थ ने सीएमओ रोहतक को दिए आदेश
प्रत्येक बुधवार को जींद नागरिक अस्पताल में दिव्यांगों के मेडिकल के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर भेजने के लिए स्वास्थ्य विभाग के डीजी ने रोहतक सिविल सर्जन को निर्देश दिए हैं। नागरिक अस्पताल में तीन माह से मेडिकल करवाने के लिए हर बुधवार को नागरिक अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जींद : प्रत्येक बुधवार को जींद नागरिक अस्पताल में दिव्यांगों के मेडिकल के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर भेजने के लिए स्वास्थ्य विभाग के डीजी ने रोहतक सिविल सर्जन को निर्देश दिए हैं। नागरिक अस्पताल में तीन माह से मेडिकल करवाने के लिए हर बुधवार को नागरिक अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं। नागरिक अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं होने के कारण मेडिकल के लिए रोहतक से फिजिशियन व ईएनटी सर्जन बुलाए जाते हैं।
पिछले तीन माह से रोहतक से फिजिशियन व ईएनटी सर्जन नहीं आने के कारण दिव्यांगों के मेडिकल नहीं बन पा रहे। इसके लिए सिविल सर्जन ने कई बार मुख्यालय को पत्र लिखा। पिछले दिनों डीजी हेल्थ ने भी दोनों विशेषज्ञ डॉक्टरों को प्रत्येक बुधवार को पहुंचने के निर्देश दिए, लेकिन समय पर डॉक्टर नहीं पहुंचे। पिछले बुधवार को भी डीजी के आदेशों के बावजूद फिजिशियन नहीं पहुंचे। वहीं ईएनटी सर्जन भी दोपहर बाद पहुंचे। जिससे मेडिकल नहीं हो सके। इसके बाद सिविल सर्जन ने दोबारा मुख्यालय चिट्ठी लिखी।
अब डीजी हेल्थ ने सीधे सिविल सर्जन रोहतक को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक बुधवार को वे मेडिकल के लिए जींद नागरिक अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर भेजना सुनिश्चित करें। बुधवार को मेडिकल होना है। अब देखना है कि सिविल सर्जन को सीधे पत्र भेजने का कितना असर होता है।
मेडिकल के लिए विशेषज्ञ जरूरी
नागरिक अस्पताल में विभिन्न नौकरियों के लिए आने वाले मेडिकल केस को रेफर करने का मामला सुर्खियों में रहा है। इस मामले में नेत्र चिकित्सा सहायक राजबीर बेरवाल ने सिविल सर्जन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि इन मेडिकल के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर की जरूरत नहीं है। सिविल सर्जन अपने स्तर पर मेडिकल सर्टिफिकेट जारी कर सकते हैं। डीजी हेल्थ द्वारा दिव्यांगों के मेडिकल के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक भेजने के निर्देश जारी करने के निर्देश दिए हैं। जिसका हवाला देते हुए सिविल सर्जन डॉ. संजय दहिया ने कहा कि अगर उनके स्तर पर मेडिकल सर्टिफिकेट जारी हो सकते, तो रोहतक से विशेषज्ञ चिकित्सकों को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ती। स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार सर्टिफिकेट के लिए संबंधित विशेषज्ञ चिकित्सक से सत्यापन कराना जरूरी है।
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पिछले कुछ माह से दिव्यांगों की मेडिकल जांच में दिक्कत आ रही है। रोहतक से फिजिशियन व ईएनटी की ड्यूटी लगी है, लेकिन वे नहीं आ रहे। इसकी मुख्यालय को शिकायत भेजी गई थी। अब डीजी हेल्थ ने इस संबंध में रोहतक सीएमओ को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं।
डॉ. संजय दहिया, सिविल सर्जन, जींद