धान के बजाय बाग लगाने के लिए विभाग किसानों को देगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि
घटते जल स्तर के चलते धान की जगह बाग लगाने के लिए बागवानी विभाग द्वारा किसानों को 50 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
जागरण संवाददाता, जींद: घटते जल स्तर के चलते धान की जगह बाग लगाने के लिए बागवानी विभाग द्वारा किसानों को 50 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अंतर्गत सामान्य दूरी वाले बाग जिसमें बेर, चीकू, लीची, आवंला, आडू के लिए बाग लगाने पर प्रति एकड़ 95 पौधे लगाए जा सकते हैं। इसकी कुल लागत 65 हजार रुपये प्रति एकड़ है, जिसमें से 32 हजार 500 रुपये की राशि अनुदान के रूप में दी जाएगी। इसमें पहले साल साढ़े 19 हजार रुपये व दूसरे और तीसरे साल साढ़े छह हजार रुपये अनुदान राशि के रूप में दिए जाएंगे। इसके अलावा सघन बाग लगाने के लिए एक लाख रुपये की लागत खर्च आएगा। इसमें से 50 हजार रुपये अनुदान के रूप में किसानों को दिए जाएंगे। पहले साल 30 हजार रुपये व दूसरे और तीसरे साल दस-दस हजार रुपये अनुदान राशि के रूप में दिए जाएंगे। संघन बाग में प्रति एकड़ 111 पौधे लगाए जा सकते हैं। इसमें आम, अमरूद, नींबू, अनार, नाशपति, अंगूर, पपीता व ड्रैगन फ्रूट को शामिल किया गया है। इसके अलावा टिशु कल्चर खजूर के बाग लगाने पर दो लाख रुपये की लागत खर्च होगी, जिसमें से बागवानी विभाग द्वारा किसानों को एक लाख 40 हजार रुपये अनुदान के रूप में दिए जाएंगे। इसमें से पहले साल 84 हजार रुपये व दूसरे और तीसरे साल 28-28 हजार रुपये अनुदान के रूप में दिए जाएंगे। इसके अलावा पौधा जाल प्रणाली के अंतर्गत बाग लगाने पर कुल एक लाख 40 हजार रुपये की लागत खर्च होगी, जिसमें 70 हजार रुपये अनुदान के रूप में दिए जाएंगे। यह अनुदान राशि एक मुश्त किसान को दी जाएगी। इसमें मुख्य रूप से अमरूद का बाग शामिल है।
एक किसान अधिकतम दस एकड़ पर कर सकता है अनुदान प्राप्त
विभाग द्वारा किसानों को बागवानी के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। एक किसान अधिकतम दस एकड़ में बाग लाने के लिए अनुदान प्राप्त कर सकता है। इच्छुक किसान विभाग के पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए किसान जिला बागवानी कार्यालय में आकर संपर्क कर सकते हैं।
--डा. विजय पानू, जिला बागवानी अधिकारी जींद।