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जिले में बढ़े डेंगू के मरीज, 12 लोगों को हुई पुष्टी

मौसम बदलते ही डेंगू का डंक शुरू हो गया है। जिले में डेंगू के पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले दस दिन में 12 लोगों को डेंगू की पुष्टी हो चुकी है, जबकि डेंगू की संभावित 23 मरीजों का स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 01:26 AM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 01:26 AM (IST)
जिले में बढ़े डेंगू के मरीज, 12 लोगों को हुई पुष्टी
जिले में बढ़े डेंगू के मरीज, 12 लोगों को हुई पुष्टी

जागरण संवाददाता, जींद : मौसम बदलते ही डेंगू का डंक शुरू हो गया है। जिले में डेंगू के पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले दस दिन में 12 लोगों को डेंगू की पुष्टी हो चुकी है, जबकि डेंगू की संभावित 23 मरीजों का स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा हुआ है। जहां से रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टी हो पाएगी कि मरीजों को वायरल के चलते बुखार है या उनको भी डेंगू है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अधिकतर मामले बाहर रहने वाले जिले के लोगों के हैं। जहां पर डेंगू से पीड़ित होने के बाद विभाग द्वारा इसकी रिपोर्ट जींद मुख्यालय भेजी जा रही है। अधिकतर मामले गुरुग्राम, फरीदाबाद में रहने वाले जींद के लोगों के सामने आ रहे हैं। जहां से भी डेंगू की पुष्टी हो रही है वहीं पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर फॉ¨गग और एंटी लारवा अभियान चला जा रहा है। इसके अलावा आसपास वायरल से पीड़ित लोगों के खून के सैंपल भी लिए जा रहे हैं। डेंगू के लक्षण

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जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. जीडी शर्मा ने बताया कि आम जनता को डेंगू रोग के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है क्योंकि लोगों को परेशान करने वाले इस रोग में जानकारी ही बचाव है, जिसके लिए आपको बस थोड़ा सा सतर्क रहना जरूरी है। इस रोग में तेज बुखार के साथ शरीर पर लाल-लाल चकते दिखाई पड़ते हैं। इसमें बुखार बहुत तेज आता है और सिर में बड़ी तेजी से दर्द होता है। बॉडी पेन के साथ शरीर के जोड़ों में भी दर्द होता है। लोगों का खाना पचाने में दिक्कत होने लगती है। उन्हें उल्टी होने लगती है, उन्हें भूख नहीं लगती है। मरीज को भूख नहीं लगती है। उसका ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। उसे चक्कर आने लगते हैं, कमजोरी महसूस होने लगती है। बॉडी में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। लीवर और सीने में फ्लूइड का जमा हो जाता है। अगर यह सब लक्षण मनुष्य को दिखे तो उसे तत्काल प्रभाव से ब्लड की जांच करानी चाहिए।

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डेंगू से बचाव के तरीके

बचाव इस रोग से बचने के लिए आप अपने आस-पास मच्छरों को पनपने ना दें। डेंगू का मच्छर सामान्य तौर पर दोपहर यानी दिन में काटता है। अपने घर में और घर के आस-पास सफाई रखें, पानी को जमा ना होने ना दें। चाहे वह कूलर का पानी हो या फूल के गमले का या बाल्टी का पानी हो, पानी को खाली करते रहना और साफ रखना चाहिए। अगर खुले में सोना मजबूरी है तो मच्छरदानी का प्रयोग करें।


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