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नरवाना में छह एकड़ कृषि योग्य जमीन पर काटे प्लाटों की गिराई नींव

जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा नरवाना में कृषि योग्य जमीन पर काटी गई कालोनियों में जेसीबी चलाकर कार्रवाई की गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Aug 2021 08:25 AM (IST)Updated: Sat, 07 Aug 2021 08:25 AM (IST)
नरवाना में छह एकड़ कृषि योग्य जमीन पर काटे प्लाटों की गिराई नींव
नरवाना में छह एकड़ कृषि योग्य जमीन पर काटे प्लाटों की गिराई नींव

संवाद सूत्र, नरवाना : जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा नरवाना में कृषि योग्य जमीन पर काटी गई कालोनियों में जेसीबी चलाकर कार्रवाई की गई। यह कार्य ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्त अरविद्र ढुल के निगरानी में किया गया। लघु सचिवालय के पास छह एकड़ कृषि योग्य जमीन पर पनप रही अवैध कालोनियों पर टीम द्वारा कार्रवाई गई।

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सहायक डीटीपी अधिकारी अजमेर सिंह ने बताया कि छह एकड़ में केवल प्लाटों की नींव को गिराया जा रहा है। क्योंकि प्लाटों पर मकान बनाने से पहले कोई एनओसी विभाग की ओर से नहीं ली गई है। जिसके लिए टीम द्वारा जेसीबी चलवाई गई है। उन्होंने कहा कि जहां भी कृषि योग्य जमीन पर अवैध कालोनियां काटी गई है, वहां पर सभी जगह अवैध निर्माणों को गिराया जायेगा। इसलिए प्लाट लेने से पहले यह सुनिश्चित कर ले कि जहां वे प्लॉट खरीदना चाहते हैं, वे सरकार द्वारा मंजूरशुदा है या नहीं। उन्होंने कहा कि कालोनी काटने से पहले सरकार से सीएलयू लेनी होती है, परंतु प्रापर्टी डीलरों द्वारा कोई सीएलयू नहीं होती। जिस कारण सरकार द्वारा ऐसे अवैध निर्माणों को गिराने के आदेश दिये जाते हैं। इस अवसर पर हरिप्रकाश चोपड़ा, गौरव बंसल, जसबीर सैनी, प्रवेश साहू, नवीन इंदौरा, दर्शन कुमार, कृष्ण चंद्र भारद्वाज आदि अधिकारी मौजूद रहे।

अवैध कालोनियां हैं, तो बिजली की मीटर कैसे लग गए

जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा छह एकड़ कृषि योग्य जमीन पर अवैध निर्माण बताते प्लाटों की नींव को गिरा दिया गया। जबकि वहां पहले से काफी संख्या में मकान बने हुए हैं। जहां मकान बन चुके हैं, उन गलियों में बिजली निगम द्वारा खंभे गाड़े जा चुके हैं। यही नहीं उन खंभों पर मीटर भी लगाकर कनैक्शन दिये जा चुके हैं। ऐसे में डीटीपी विभाग तो वहां अवैध निर्माण होना बता रहा है, वहीं बिजली निगम मीटर कनैक्शन दे रहा है। जिस कारण दोनों विभागों के बीच तालमेल होता दिखाई नहीं दे रहा है। यही कारण है कि अवैध कालोनियों तेजी से पनप रही हैं और सरकार को लाखों-करोड़ों का नुकसान हो रहा है।

नगरपरिषद की एनओसी पर बिजली मीटर

बिजली निगम मीटर कनेक्शन तब देता है, जब नगरपरिषद से एनओसी मिलती है। यह काम नगरपरिषद अधिकारियों का है कि कौन सी कालोनी वैध है या अवैध। फिर भी जहां मीटर कनेक्शन देने की बात हैं, वहां की जगह का मुआयना देखकर कुछ बताया जा सकता है।

-भजन सिंह, एसडीओ, बिजली निगम, नरवाना


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