डाहौला के बीएसएफ के हवलदार की हृदय गति रुकने से मौत
पार्थिव शरीर को हरियाणा पुलिस की टुकड़ी के अलावा सेना की टुकड़ी ने सलामी दी। सेना उप निरीक्षक अभिमन्यु शर्मा ने बताया कि 16 मई रात को रणबीर सिंह ने ड्यूटी के दौरान सीने में दर्द होने की शिकायत की।
संवाद सहयोगी, अलेवा : पश्चिमी बंगाल के मालदा 122 वाहनी में तैनात बीएसएफ के हवलदार रणबीर सिंह के हृदय गति रुकने से मौत हो गई। उनका पार्थिव शरीर मंगलवार देर शाम को पैतृक गांव डाहौला लाया गया। कुछ देर रखने के बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि शहीद के बेटे विकास ने दी।
लोगों ने भारत माता के नारों के साथ जब तक सूरज चांद रहेगा रणबीर तेरा नाम रहेगा का जयघोष किया। पार्थिव शरीर को हरियाणा पुलिस की टुकड़ी के अलावा सेना की टुकड़ी ने सलामी दी। सेना उप निरीक्षक अभिमन्यु शर्मा ने बताया कि 16 मई रात को रणबीर सिंह ने ड्यूटी के दौरान सीने में दर्द होने की शिकायत की। सेना के जवान नजदीक लगते अस्पताल में ले गए, लेकिन हृदय गति रुकने से रणबीर सिंह की मौत हो गई। रणबीर सिंह एक अक्तूबर 1994 को सिपाही के पद पर भर्ती हुआ था। अंतिम यात्रा में बीएसएफ से निरीक्षक रणबीर सिंह, बीडीपीओ अलेवा सतबीर सिंह, डीएसपी उचाना दलीप चंद, अलेवा थाना प्रभारी संजय कुमार, नगूरां चौकी प्रभारी महेंद्र सिंह, बलकार सिंह डाहौला के अलावा जिला पार्षद दिनेश डाहौला आदि उपस्थित थे।
कोरोना सैंपल आया नेगेटिव
पार्थिव शरीर के साथ पहुंचे बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि अधिकारियों ने रणबीर का 17 मई को कोरोना टेस्ट करवाया गया। उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।