निर्माण मजदूर 5 दिसंबर को संसद मार्च में लेंगे हिस्सा
भवन निर्माण कामगार यूनियन जींद एवं अलेवा की जनरल बॉडी की मीटिग में निर्माण मजदूरों ने हिस्सा लिया। जींद ब्लॉक की मीटिग की अध्यक्षता प्रधान बारू राम व अलेवा ब्लॉक की मीटिग की अध्यक्षता राममेहर ने की
जागरण संवाददाता, जींद: भवन निर्माण कामगार यूनियन जींद एवं अलेवा की जनरल बॉडी की मीटिग में निर्माण मजदूरों ने हिस्सा लिया। जींद ब्लॉक की मीटिग की अध्यक्षता प्रधान बारू राम व अलेवा ब्लॉक की मीटिग की अध्यक्षता राममेहर ने की। बैठक में गांव एवं मोहल्लों में जाकर संसद मार्च की तैयारी एवं हस्ताक्षर अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। कामरेड सुखबीर सिंह एवं भवन निर्माण कामगार यूनियन के जिला सचिव कपूर सिंह ने कहा कि निर्माण के क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों की संख्या करोड़ों में है। लंबे संघर्षों के बाद 1996 में निर्माण मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा का कानून बना। यह तभी संभव हो पाया जब सयुंक्त मोर्चा की सरकार वामपंथी दलों पर आश्रित थी। जबसे देश में भाजपा की सरकार बनी है, उसने संसद के पहले ही सत्र में लंबे संघर्षों के बाद बने श्रम कानूनों को मालिकों के हक में बदलने का निर्णय ले लिया है। केंद्र सरकार 44 मौजूदा श्रम कानूनों की जगह 4 लेबर कोड लेकर आई है, जिसका उद्देश्य निवेशकों, कारपोरेट सेक्टरों, भारतीय एवं विदेशी विनिर्माण और सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों की मदद करना है। कामरेड कश्मीर सिंह सेलवाल एवं कामरेड रमेश चंद्र ने कहा कि 5 दिसंबर को प्रत्येक गांव एवं मोहल्लों से अपने परिवार को लेकर संसद मार्च में हिस्सा लेंगे और एक करोड़ निर्माण मजदूरों एवं उसके परिवार के सदस्यों के हस्ताक्षर वाला ज्ञापन संसद के अध्यक्ष को सौंपेंगे। मीटिग में संदीप जाजवान, रामनिवास डाहौला, सिलक राम, वजीर सिंह, रविन्द्र, सिल्लू, राजेश कुमार, गुरुदेव, रणबीर आदि मुख्य रूप से शामिल हुए।