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सेक्टरों में गलियों का निर्माण पूरा, अब तीन करोड़ से सुधरेगी निकासी व्यवस्था

नगर परिषद के अधीन आने वाले सेक्टरों में निकासी व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए नगर परिषद तीन करोड़ रुपये खर्च करेगी। वहीं सड़कों के किनारे बची हुई कची जगह को पक्का किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 08:30 AM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 08:30 AM (IST)
सेक्टरों में गलियों का निर्माण पूरा, अब तीन करोड़ से सुधरेगी निकासी व्यवस्था
सेक्टरों में गलियों का निर्माण पूरा, अब तीन करोड़ से सुधरेगी निकासी व्यवस्था

जागरण संवाददाता, जींद : नगर परिषद के अधीन आने वाले सेक्टरों में निकासी व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए नगर परिषद तीन करोड़ रुपये खर्च करेगी। वहीं सड़कों के किनारे बची हुई कच्ची जगह को पक्का किया जाएगा। इस पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। नगर परिषद ने करीब 14 करोड़ रुपये की लागत से गलियों का निर्माण सेक्टरों में कराया है। जो लगभग पूरा हो चुका है। गलियां बनाने के बाद अब नगर परिषद का ध्यान यहां निकासी व्यवस्था पर है। इसके लिए सभी नालों का आपस में कनेक्शन जोड़ा जाएगा। नालों को आपस में जोड़ कर अर्बन एस्टेट व आसपास के क्षेत्र के बारिश के पानी की निकासी के लिए सैनी धर्मशाला व सिविल लाइन थाना के पास अमरुत के तहत बिछाई गई पाइप लाइन से जोड़ा जाएगा। वहीं डिफेंस कॉलोनी व आसपास के एरिया का बारिश का पानी की निकासी के लिए नालों को पुलिस लाइन के सामने बिछाई गई सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा। सेक्टर 10, 11 व एक्सटेंशन 11 साल साल 2016 में नगर परिषद के अधीन आए थे। सेक्टरों में फिलहाल नाले बदहाल स्थिति में हैं और आपस में नालों के कनेक्शन ना होने के कारण बारिश के दौरान जलभराव की समस्या रहती है। वहीं कई जगहों पर नाले भी नहीं हैं। जहां नगर परिषद नए नाले भी बनवाएगी।

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हाउस की मीटिग में उठ चुका मुद्दा

सेक्टरों में निकासी की समस्या काफी पुरानी है। कई पार्षद ये मुद्दा हाउस की मीटिग में उठा चुके हैं। पार्षद प्रवीन बेनिवाल ने बताया कि कई जगहों पर नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। वहीं नालों के ढक्कन भी गायब हैं। जिसमें पशु गिरते रहते हैं। नाले में गिरने की वजह से एक व्यक्ति की भी मौत हो चुकी है। जर्जर नालों की मेंटेनेंस कराई जाए और उन्हें ढका जाए। जहां नाले नहीं हैं, वहां नए नाले बनाए जाएं।

तैयार किया जा रहा एस्टीमेट

सेक्टरों में सड़क निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अब यहां की निकासी व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। इसके लिए सभी नालों के आपस में कनेक्शन जोड़ने, नए नाले बनाने और टूटे हुए नालों की मेंटेनेंस की जाएगी। जिसका एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। एस्टीमेट तैयार करके इसे हाउस की मीटिग में मंजूरी के लिए रखा जाएगा। अगले कुछ माह में इस पर काम शुरू हो जाएगा।

पूनम सैनी, प्रधान, नगर परिषद जींद

कलेक्शन सेंटरों को हटाया

नगर परिषद ने कुछ साल पहले शहर में कूड़ा कलेक्शन सेंटर बनाए थे, जहां घरों व कॉलोनियों का कूड़ा डालते थे और इस कूड़े को ठेकेदार के कर्मचारी उठा कर डंपिग साइट पर ले जाते थे। पिछले महीने जारी हुए ठेके के बाद ठेकेदार के कर्मचारी घर से सीधे डंपिग साइट पर कूड़ा लेकर जाते हैं। जिससे इन कूड़ा कलेक्शन सेंटरों खत्म किया जा रहा है।


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