सीएमओ ने ली निजी स्कूल संचालकों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक
एक से 19 साल तक के बचों को पेट में कीड़े नहीं हों इसके लिए 10 फरवरी को सभी बचों को एनडीडी कार्यक्रम के तहत कृमिनाशक गोलियां खिलाई जाएंगी।
जागरण संवाददाता, जींद : एक से 19 साल तक के बच्चों को पेट में कीड़े नहीं हों, इसके लिए 10 फरवरी को सभी बच्चों को एनडीडी कार्यक्रम के तहत कृमिनाशक गोलियां खिलाई जाएंगी। इसे लेकर बुधवार को सिविल अस्पताल के प्रशिक्षण केंद्र में सिविल सर्जन डॉ. जयभगवान जाटान की अध्यक्षता में निजी स्कूल संचालकों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में सिविल सर्जन ने निजी स्कूल संचालकों से 10 फरवरी के एनडीडी कार्यक्रम को सफल बनाने में उनका सहयोग मांगा और कहा कि एनडीडी कार्यक्रम स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए चलाया जा रहा है। इसमें सभी स्कूल संचालकों को स्वास्थ्य विभाग का हर तरह से सहयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि एनडीडी कार्यक्रम के तहत जिले में 499388 बच्चों को यह गोलियां खिलाने का टारगेट है। 10 फरवरी को किन्हीं कारणों से जो बच्चे इस तरह की गोलियां खाने से वंचित रह जाएंगे, उन्हें 17 फरवरी को माप-अप कार्यक्रम के तहत यह गोलियां खिलाई जाएंगी। बैठक में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नवनीत, डॉ. अजय चालिया, डीएएचओ डॉ. पुष्पा जागलान ने स्कूल संचालकों से कहा कि 10 फरवरी को वह सभी बच्चों को घर से सुबह का नाश्ता लेकर आने के लिए कहें। बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोलियां जरूर खिलाएं। एल्बेंडाजोल की गोलियां हर तरह से सुरक्षित हैं। इनके खिलाने से बच्चों को किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। एलबेंडाजोल की गोलियां खाने से कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता।