लॉकडाउन के बाद फरवरी में होगी नगर परिषद हाउस की बैठक
शहर की सरकार यानि नगर परिषद की हाउस की मीटिग फरवरी के पहले सप्ताह में होगी। जिसमें शहर में कराए जाने वाले विकास कार्यों पर चर्चा की जाएगी।
जागरण संवाददाता, जींद : शहर की सरकार यानि नगर परिषद की हाउस की मीटिग फरवरी के पहले सप्ताह में होगी। जिसमें शहर में कराए जाने वाले विकास कार्यों पर चर्चा की जाएगी। नगर परिषद में चल रही सियासी खींचतान के कारण कई माह से हाउस की मीटिग नहीं बुलाई गई है। जिससे शहर में एक साल नगर परिषद कोई नया काम शुरू नहीं करा पाई। एमसी फंड के छह करोड़ रुपये, डी प्लान के ढाई करोड़ रुपये समेत करीब 15 करोड़ रुपये से शहर में गली निर्माण, प्रवेश द्वार, विभिन्न चौक व पार्कों का जीर्णोद्धार व अन्य विकास कार्य कराएगी। नगर परिषद का चुनाव मई-जून में होना प्रस्तावित है। जिसमें कुछ माह का ही समय बाकी है। एक साल से बजट की मीटिग के अलावा कोई मीटिग नगर परिषद की नहीं हुई। विरोधी खेमे के पार्षद मीटिग में देरी पर प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ सवाल उठाते रहे हैं। शहर में बदहाल गली व सड़कें, बेसहारा पशु और बंदरों की समस्या को लेकर लोगों में नगर परिषद के खिलाफ रोष है।
बजट के अभाव में विकास कार्य नहीं हुए
कोरोना की वजह से जहां पिछले साल नगर परिषद को प्रॉपर्टी टैक्स, स्टांप ड्यूटी, डेवलपमेंट चार्ज व अन्य मदों से फंड नहीं मिला। जिस कारण आर्थिक संकट झेलना पड़ा। जिससे नगर परिषद को कर्मचारियों का वेतन देने में भी दिक्कत आई। पिछले दिनों सरकार की तरफ से दो करोड़ रुपये मिलने के बाद नगर परिषद ने कर्मचारियों का वेतन दिया। ऐसे में बजट की कमी की वजह से भी शहर में विकास कार्य ठप रहे। अब चुनाव से पहले दोबारा विकास कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है।
प्रधान की ईओ और पार्षदों के साथ खींचतान
पिछले साल 17 जुलाई को प्रधान पूनम सैनी के पति बीजेपी नेता जवाहर सैनी और पार्षद काला सैनी का ईओ डा. एसके चौहान के साथ विवाद हुआ था। जिसके बाद प्रधान और ईओ में खींचतान बढ़ी। इस खींचतान का फायदा उठाते हुए विरोधी पार्षदों ने प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए डीसी डा. आदित्य दहिया को शपथ पत्र सौंपे। चार जनवरी को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग के लिए मीटिग बुलाई गई। लेकिन विरोधी पार्षद इसके लिए बहुमत नहीं जुटा पाए और प्रधान की कुर्सी बच गई।
वर्जन
फरवरी के पहले सप्ताह में हाउस की मीटिग बुलाई जाएगी। जिसके लिए सभी पार्षदों को जल्द ही मीटिग का एजेंडा भेजा जाएगा। नगर परिषद को विभिन्न मदों और सरकार से मिलने वाले करीब 15 करोड़ रुपये से किए जाने वाले विकास कार्यों पर चर्चा की जाएगी। पहले कोरोना, उसके बाद बजट के अभाव में मीटिग नहीं बुला पाए थे। बकाया प्रॉपर्टी टैक्स की रिकवरी में तेजी लाई जाएगी।
-पूनम सैनी, प्रधान, नगर परिषद, जींद