शिक्षा को प्रभावशाली बनाने के लिए बदलाव जरूरी : शर्मा
पहला कदम फाउंडेशन ने साप्ताहिक कार्यक्रम में नई शिक्षा निति पर चर्चा की जिसका मुख्य उद्देश्य अभिभावकों शिक्षकों को शिक्षा नीति में हुए बदलाव के प्रति जागरूक करना था।
जागरण संवाददाता, जींद : पहला कदम फाउंडेशन ने साप्ताहिक कार्यक्रम में नई शिक्षा निति पर चर्चा की, जिसका मुख्य उद्देश्य अभिभावकों, शिक्षकों को शिक्षा नीति में हुए बदलाव के प्रति जागरूक करना था। शिक्षक और अभिभावक ही बच्चे के बाद प्रमुख होता है। राष्ट्रीय संरक्षक रमेश चंद्र शर्मा ने कार्यशाला की अध्यक्षता की।कार्यशाला में उपस्थित शिक्षक, अभिभावक, पूर्व शिक्षक, पूर्व प्रधानाचार्य की मौजूदगी में रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि नई शिक्षा नीति से स्कूलों में दस जमा दो सिस्टम खत्म होगा और 5 3 3 4 की नई व्यवस्था लागू होगी। पहले तीन साल बच्चे आंगनबाड़ी में प्री-स्कूलिग शिक्षा लेंगे। अगले दो साल कक्षा एक एवं दो में पढ़ेंगे। इन पांच सालों की पढ़ाई के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश वशिष्ठ ने बताया कि पुरानी शिक्षा नीति 1986 में बनाई थी। उसमें ही संशोधन किए गए थे। लंबे समय से बदले हुए परि²श्य में नई नीति की मांग हो रही थी। नए सिस्टम में ज्यादा बदलाव नहीं है। लेकिन इसके मूल ढांचे में थोड़ा बदलाव किया है। 6 से 9 वर्ष के बच्चों के लिए बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान पर फोकस होगा। इसके लिए नेशनल मिशन बनेगा। इस अवसर पर बिमला, सतबीर, मूर्ति, सोनिया, नरेंद्र, कविता,अर्चना शर्मा, एडवोकेट मनोज शर्मा ने चर्चा में भाग लिया।