Move to Jagran APP

इलाज में लापरवाही का मामला, लीपापोती में लगा स्वास्थ्य विभाग

इलाज में लापरवाही बरतने के मामले में शिकायत देने के चार दिन बाद भी एक कदम आगे नहीं बढ़ी जांच ।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Sep 2021 09:04 AM (IST)Updated: Fri, 03 Sep 2021 09:04 AM (IST)
इलाज में लापरवाही का मामला, लीपापोती में लगा स्वास्थ्य विभाग
इलाज में लापरवाही का मामला, लीपापोती में लगा स्वास्थ्य विभाग

शिकायत देने के चार दिन बाद भी एक कदम आगे नहीं बढ़ी जांच

loksabha election banner

जागरण संवाददाता, जींद : नागरिक अस्पताल के इमरजेंसी में दर्द से कहरा रहे मरीजों के इलाज में चिकित्सकों की लापरवाही के मामले में स्वास्थ्य विभाग लीपापोती करने में लगा हुआ है। शिकायत देने के चार दिन बाद भी अस्पताल प्रशासन की जांच एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी है। सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा मामले की जांच के लिए तीन दिन पहले ही जांच के आदेश दे दिए थे और जांच का जिम्मा एसएमओ डा. गोपाल गोयल व वरिष्ठ दंत चिकित्सक डा. रमेश पांचाल को दिया गया था। मामले की जांच को लेकर अस्पताल प्रशासन कितना गंभीर है इसका पता इसी से लगता है कि जांच अधिकारी बनाए गए चिकित्सकों के पास आर्डर की कापी तीन दिन बाद वीरवार को पहुंची है। जबकि घायलों के स्वजनों ने घटना के अगले ही दिन शिकायत अस्पताल प्रशासन के अलावा, स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक, एसपी कार्यालय व डीसी कार्यालय को भेज दी थी। उस समय अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि इस मामले की जांच एक-दो दिन में पूरी कर ली जाएगी और इलाज में लापरवाही करने वाले दोनों चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात रहे कि 29 अगस्त शाम को लगभग साढ़े छह बजे गांव रामकली निवासी दीपक, मनजीत व जोगेंद्र को घायल अवस्था में नागरिक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दाखिल करवाया गया था। यह लोग निर्जन गांव में हुए एक झगड़े में घायल हो गए थे। रात सवा नौ बजे तक यह लोग दर्द से कहराते रहे लेकिन यहां तैनात चिकित्सकों ने इनका कोई उपचार नहीं किया और कहा कि इनको मामूली चोटें आई हैं। साढ़े आठ बजे डिप्टी सिविल सर्जन डा. राजेश भोला इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे और ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों को इलाज नहीं करने पर फटकार लगाई। इसके बाद दोनों चिकित्सक ड्यूटी छोड़कर इमरजेंसी वार्ड से चले गए। इसके बाद डा. राजेश भोला ने मरीजों को संभाला तथा उनका उपचार शुरू किया। इसके बाद तीनों मरीज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जुलाना में चले गए। यहां से दीपक व मनजीत को पीजीआइ रोहतक रेफर कर दिया। पीजीआइ रोहतक में उपचार के दौरान सामने आया कि दीपक की उंगली टूटी हुई है जबकि मनजीत की दो जगह से बाजू टूटी हुई थी। सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.