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सात साल से नहीं सुलझी बीएसएफ जवान की पत्नी और बेटे की हत्या की गुत्थी, अब एक लाख का इनाम घोषित

पोकरीखेड़ी गांव के बीएसएफ जवान केवल सिंह की पत्नी सुमित्रा और उसके गोद लिए 14 वर्षीय बेटे विजय की हत्या की गुत्थी सात साल बाद भी न सुलझने पर पुलिस ने अब एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jun 2019 06:00 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 06:31 AM (IST)
सात साल से नहीं सुलझी बीएसएफ जवान की पत्नी और बेटे की हत्या की गुत्थी, अब एक लाख का इनाम घोषित
सात साल से नहीं सुलझी बीएसएफ जवान की पत्नी और बेटे की हत्या की गुत्थी, अब एक लाख का इनाम घोषित

जागरण संवाददाता, जींद : पोकरीखेड़ी गांव के बीएसएफ जवान केवल सिंह की पत्नी सुमित्रा और उसके गोद लिए 14 वर्षीय बेटे विजय की हत्या की गुत्थी सात साल बाद भी न सुलझने पर पुलिस ने अब एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। पत्नी और बेटे की हत्या करने वालों का पता नहीं चलने पर केवल सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआइ जांच की मांग की थी, लेकिन मई में हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच रोहतक के आइजी संदीप खिरवार को सौंप दी थी। जांच मिलने के बाद रोहतक आइजी संदीप खिरवार ने सदर थाना पुलिस से फाइल अपने पास मंगवा ली थी और उसके बाद आइजी की टीम ने गांव पोकरीखेड़ी में जाकर मामले की जानकारी ली थी, लेकिन आइजी की टीम को भी अब तक इस मामले में सुराग नहीं लग पाया। पुलिस ने अब इस मामले में सुराग देने वालों को एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस का कहना है कि हत्या करने वाले का सुराग देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। इससे पहले इस मामले में पुलिस की स्पेशल टीमें जांच हो चुकी हैं, लेकिन अब तक हत्यारोपितों का कोई सुराग नहीं मिला है।

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यह है मामला

मामले 20 अगस्त, 2012 की रात पोकरी खेड़ी गांव में महिला सुमित्रा (40) और उसके 14 वर्षीय बेटे विजय की घर में ही किसी ने हत्या कर दी थी। इस दौरान सुमित्रा के सिर पर हमला किया गया था, जबकि विजय की हत्या गला रेतकर की गई थी। जिस रात हत्या हुई, उस रात वे ही दोनों घर में थे। केवल सिंह बीएसएफ से छुट्टी पर आया हुआ था, लेकिन 20 अगस्त की रात को वह रिश्तेदारी में चला गया था। सुबह उसके छोटे भाई रामधारी ने बेटे का शव चारपाई पर और उसकी भाभी का शव गैलरी में पड़ा हुआ देखा। इसके बाद पुलिस रामधारी के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। करीब सात साल बीत जाने के बाद पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई थी और फाइल को बंद करने की तैयारी में थे, लेकिन इसी बीच में उसका पति हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हाईकोर्ट ने अब रोहतक आईजी को जांच सौंपकर तीन माह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।

बताने वाले का नाम रखा जाएगा गुप्त : डीएसपी

डीएसपी कप्तान सिंह ने बताया कि महिला और उसके बेटे की हत्या करने वाले का सुराग देने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की गई है। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान को गुप्त रखा जाएगा। सूचना रोहतक रेंज के आइजी, एसएसपी जींद, डीएसपी के फोन नंबरों पर सूचना दे सकता है।


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