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उचाना में गलियों के निर्माण के टेंडर न खुलने से विकास को लगे ब्रेक

उचाना कलां और शहर के वार्डों में गलियों के निर्माण को लेकर 1 करोड़ 32 लाख के टेंडर थे जो 1 दिसंबर को खुलने थे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Dec 2020 06:30 AM (IST)Updated: Tue, 22 Dec 2020 06:30 AM (IST)
उचाना में गलियों के निर्माण के टेंडर न खुलने से विकास को लगे ब्रेक
उचाना में गलियों के निर्माण के टेंडर न खुलने से विकास को लगे ब्रेक

संवाद सूत्र, उचाना: उचाना कलां और शहर के वार्डों में गलियों के निर्माण को लेकर 1 करोड़ 32 लाख के टेंडर थे, जो 1 दिसंबर को खुलने थे। शहर में सफाई व्यवस्था बेहतर के लिए डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का टेंडर भी 4 दिसंबर को खुलना था। लेकिन अब तक कोई भी टेंडर नहीं खुला है। पार्षदों का कहना है कि पार्षद सिर्फ बैठकों में प्रस्ताव पास करने के लिए रह गए हैं। इससे पहले भी दो बार टेंडर कैंसिल हो चुके हैं। ऐसे में विकास को ब्रेक शहर में लगे हैं। उचाना से विधायक दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम हैं। इसके चलते विकास कार्यों में तेजी की जो उम्मीद थी, उसमें निराशा हाथ लगी है।

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वाइस चेयरमैन रणधीर पांचाल, सागर शमर, विकास श्योकंद, रेखा रानी ने कहा कि तीन बार टेंडर पहले गली निमरण के कैंसिल हो चुके हैं। वार्डों में रहने वाले लोग गलियों के निर्माण की मांग करते आ रहे हैं। इसको लेकर पार्षद डिप्टी सीएम से भी मिलेंगे ताकि यह पता चले कि अधिकारी टेंडर क्यों नहीं खोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था बेहतर हो, इसके लिए डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का नगरपालिका ने टेंडर लगाया था। यह टेंडर भी 4 दिसंबर को दोबारा न खुलने से शहर में सफाई व्यवस्था पर असर पड़ रहा है। यहां पर नियमित रूप से अधिकारी के न होना भी विकास में बाधा बन रहा है। डीएमसी कमिश्नर डॉ. सुशील ने कहा कि वो सचिव, एमई से पता करेंगे क्यों टेंडर नहीं खोले जा रहे हैं।


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