बधाना के तालाबों में मछली ठेकेदार के बिछाए जाल में उलझने से मर रहे पक्षी
बधाना गांव में पंचायत द्वारा मछली पालन के लिए दिए दो तालाबों में ठेकेदारों द्वारा बिछाए गए जाल में उलझने से कई पक्षियों की मौत हो चुकी है।
संवाद सहयोगी, अलेवा : बधाना गांव में पंचायत द्वारा मछली पालन के लिए दिए दो तालाबों में ठेकेदारों द्वारा बिछाए गए जाल में उलझने से कई पक्षियों की मौत हो चुकी है। पक्षियों की मौत की सूचना गांव के लोगों ने वन्य विभाग के अधिकारियों को दी तो वन्य विभाग जींद के निरीक्षक मनबीर खटकड़ के नेतृत्व में टीम ने मौके पर पहुंचकर तालाबों पर ठेकेदार द्वारा बिछाए जालों को उतरवाया। इनमें उलझने से मरे तीन पक्षियों का नगूरां के पशु अस्पताल में चिकित्सकों से पोस्टमार्टम करवाकर ठेकेदार के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।
बधाना निवासी रामकरण, महेंद्र, प्रदीप, राकेश, प्रवीण, मोहित, श्रीभगवान, पाला, जग्गू, होशियार सिंह, विनोद, जरमन ने वन्य विभाग के अधिकारियों को दी शिकायत में बताया था कि बधाना गांव में पंचायत द्वारा मत्स्य पालन के लिए ठेके पर दिए गए दो तालाबों पर जाल बिछा रखे हैं, जिनमें उलझने से पक्षियों की मौत हो रही है। ग्रामीणों ने ठेकेदार के चौकीदारों को तालाब से जाल उतारने की हिदायत दी, लेकिन उन्होंने तालाबों से जाल उतारने से मना कर दिया।
मछली ठेकेदार के खिलाफ की कार्रवाई : मनबीर खटकड़
वन्य प्राणी विभाग जींद के निरीक्षक मनबीर खटकड़ ने कहा कि बधाना गांव में ठेकेदार द्वारा तालाबों पर बिछाए जाल में उलझकर रेड वेंटिड, लीटल कापरेनेंट तथा एशियन कोयल नामक तीन पक्षी मृत मिले हैं। तालाबों पर लगे जाल को उतरवाया जा रहा है।
पानी में डूबने से हुई मौत : उपेंद्र दूहन
नगूरां के वरिष्ठ पशु चिकित्सक उपेंद्र दूहन ने कहा कि पक्षियों की मौत फेफड़ों में पानी भरने से हुई है। पक्षियों का पोस्टमार्टम करके शव को वन्य विभाग जींद के अधिकारियों को सौंप दिए हैं।