आशा वर्करों ने अस्पताल परिसर में दिया धरना
आशा वर्करों की मांगों एवं समस्याओं को लेकर पूरे प्रदेश में धरना दे रही है। जिले की आशाओं ने भी नागरिक अस्पताल में धरना दिया जिसमें सैकड़ों आशाओं ने भाग लिया।
जागरण संवाददाता, जींद : आशा वर्करों की मांगों एवं समस्याओं को लेकर पूरे प्रदेश में धरना दे रही है। जिले की आशाओं ने भी नागरिक अस्पताल में धरना दिया, जिसमें सैकड़ों आशाओं ने भाग लिया। धरने की अध्यक्षता नीलम एवं संचालन राजबाला ने किया। धरने को सीटू के राज्य उपप्रधान कामरेड रमेश चन्द्र एवं जिला प्रधान सतबीर खरल ने प्रदेश सरकार आशा वर्करों की मांगों एवं समस्याओं की ओर ध्यान नहीं है। उनकी जायज मांगों को नहीं माना गया तो 5 सितम्बर से सभी आशाएं अनिश्चिकालीन हड़ताल पर जाएंगी। धरने के बाद आशा वर्करों ने प्रदर्शन किया और प्रधानमन्त्री व मिशन डायरेक्टर एनएचएम के नाम सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपा।
ये हैं मांगें
-एक्टिविटी का काटा गया 50 प्रतिशत वापस लागू करो।
-हर महीने की 10 तारीख से पहले प्रोत्साहन राशियों का पैसा खातों में डाला जाए। फिक्स, स्टेट की और सेन्टर की सभी प्रोत्साहन राशियों का भुगतान एक साथ किया जाए।
-21 जुलाई 2018 को जारी हुए नोटिफिकेशन को हूबहू लागू किया जाए।
-एएनएम और को-ऑर्डिनेटर की भर्ती में योग्य आशाओं को प्राथमिकता दी जाए।
-सेल्फ अप्रेजल की बुक छाप कर दी जाए और अक्षरों का साईज थोड़ा बड़ा किया जाए।
-एनसीडी का पूरा सामान और उसकी गाइड लाइन दी जाए। सभी आशाओं के पास एनसीडी के रजिस्टर नहीं है।