उचाना में सरकारी दुकान पर बढ़ी सरसों की आवक
हरियाणा को-ऑपरेटिव मार्केटिग सोसाइटी की दुकान पर हैफेड द्वारा पंजीकरण करवाने वाले किसानों की सरसों खरीदी जा रही है। शुक्रवार को 114 किसान सरकारी दुकान पर फसल को बेचने के लिए पहुंचे। आठ प्रतिशत तक नमी वाली फसल को हैफेड द्वारा खरीदा गया। सरकारी दुकान पर उचाना नरवाना ब्लॉक के पंजीकरण करने वाले किसानों के अधिक संख्या में पहुंचने के चलते फड़ पर ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी करने की भी जगह नहीं बची। कुछ दिनों में गेहूं की आवक शुरू होने से यहां पर सरसों बेचने वाले किसानों को फसल उतारने के लिए परेशानी होगी।
संवाद सूत्र, उचाना : हरियाणा को-ऑपरेटिव मार्केटिग सोसाइटी की दुकान पर हैफेड द्वारा पंजीकरण करवाने वाले किसानों की सरसों खरीदी जा रही है। शुक्रवार को 114 किसान सरकारी दुकान पर फसल को बेचने के लिए पहुंचे। आठ प्रतिशत तक नमी वाली फसल को हैफेड द्वारा खरीदा गया। सरकारी दुकान पर उचाना, नरवाना ब्लॉक के पंजीकरण करने वाले किसानों के अधिक संख्या में पहुंचने के चलते फड़ पर ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी करने की भी जगह नहीं बची। कुछ दिनों में गेहूं की आवक शुरू होने से यहां पर सरसों बेचने वाले किसानों को फसल उतारने के लिए परेशानी होगी।
रमेश, शीशपाल, बलवान, सतबीर ने कहा कि उचाना, नरवाना ब्लॉक के जिन किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है, उनकी सरसों की खरीद पुरानी मंडी में सरकारी दुकान पर हो रही है। यहां पर फसल उतारने के लिए अब जगह कम पड़ने लगी है। सरकार द्वारा सरसों की खरीद को लेकर जो नियम बनाया गया है, वह भी पूरी तरह से गलत है। इस बार सरसों का उत्पादन बीते साल से अधिक है। जो फसल सरकारी दुकान पर नियमों के चलते नहीं बिक पा रही है, उसको सस्ते दामों पर बेचना पड़ेगा।
हैफेड मैनेजर अशोक सिहाग ने कहा कि अभी फड़ पर जगह है। फसल उतारने या बेचने में किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। सरकार ने जो नियम तय किया है, उसी के अनुसार खरीद की जा रही है।