कूड़ा उठान के लिए डीसी रेट पर ट्रैक्टर-ट्रालियों और लेबर को मंजूरी
ट्रैक्टर-ट्रालियां जेसीबी व लेबर लगाकर कूड़ा उठवाने के लिए जिला नगर आयुक्त ने नगर परिषद को अनुमति दे दी है।
जागरण संवाददाता, जींद : शहर में कूड़ा का उठान आगामी ठेका अलॉट होने तक डीसी रेट पर ट्रैक्टर-ट्रालियां, जेसीबी व लेबर लगाकर कूड़ा उठवाने के लिए जिला नगर आयुक्त ने नगर परिषद को अनुमति दे दी है। वहीं, नगर परिषद के पास मौजूद टाटा ऐस गाड़ियां चलाने के लिए ड्राइवर रखने की भी अनुमति दी है। शहर में सफाई के ठेके की अवधि पूरी होने के बाद 23 फरवरी को ठेकेदार काम बंद कर चुका है। नगर परिषद ने नया ठेका होने तक पुराने ठेकेदार का ठेका एक्सटेंड करने के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा था। लेकिन उसकी अनुमति नहीं मिली थी। जिसके बाद से शहर में कूड़े के ढेर लगे हैं। घरों से कूड़ा लेने के लिए कर्मचारी न आने से लोग भी परेशान हैं। बीजेपी विधायक डा. कृष्ण मिढ़ा इस मामले में डीसी से सोमवार को मिले थे और उन्होंने स्थानीय निकाय विभाग के डायरेक्टर से भी बात की थी। लेकिन इसके बावजूद मंगलवार को भी कूड़े का उठान नहीं हो पाया। सोमवार को नगर परिषद ने जिला नगर आयुक्त को चिट्ठी लिख कर कूड़ा उठान का कार्य आउटसोर्स पर कराने की अनुमति मांगी थी। जिला नगर आयुक्त डा. सुशील कुमार का शुक्रवार को ट्रांसफर हो गया था और सोमवार को वे रिलीव हो गए थे। मंगलवार को संजय बिश्नोई ने जिला नगर आयुक्त का चार्ज संभालते हुए नगर परिषद को डीसी रेट पर वाहनों व लेबर की व्यवस्था करने पर कूड़े का उठान कराने की अनुमति दी। पॉश इलाकों में भी लगे हैं कूड़े के ढेर
गोहाना रोड पर भी कालेज, नागरिक अस्पताल और डीसी कालोनी के सामने कूड़े के ढेर पड़े हैं। पॉश इलाके में ही हालात इतने खराब हैं तो बाकी शहर की स्थिति का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। नगर परिषद ने अपने स्टाफ को दो ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ कूड़ा उठान के लिए लगाया हुआ है। लेकिन उससे स्थिति संभल नहीं रही। शहर से प्रतिदिन 100 टन कूड़ा निकलता है। सात दिन में करीब 700 टन कूड़ा निकल चुका है। नगर परिषद ने अगर 100 टन कूड़ा उठा भी दिया होगा, तो अब भी सड़कों के किनारे और कालोनियों में 600 टन कूड़ा पड़ा है। जल्द उठवाया जाएगा कूड़ा
ईओ डा. एसके चौहान ने बताया कि जिला नगर आयुक्त की तरफ से अनुमति मिल गई है। नए ठेके की अनुमति मिलने तक सफाई कार्य को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए सात ट्रैक्टर-ट्राली, जेसीबी रखे जाएंगे। एक ट्रैक्टर-ट्राली पर चार कर्मचारी होंगे। वहीं, टाटा ऐस चलाने के लिए ड्राइवर रखने, नगर परिषद के दो ट्रैक्टर चलाने व डीजल के लिए भी अनुमति मिल गई है। अब तुरंत काम शुरू करवा कर सारा कूड़ा उठवाया जाएगा।