नशे की लत परिवार और समाज को कर देता खोखला : खत्री
नशा एक ऐसे दीमक की तरह हैं जिससे व्यक्ति स्वयं तो खोखला होता ही है साथ ही परिवार को भी खोखला व कमजोर करने का काम करता है।
जागरण संवाददाता, जींद : नशा एक ऐसे दीमक की तरह हैं जिससे व्यक्ति स्वयं तो खोखला होता ही है साथ ही परिवार को भी खोखला व कमजोर करने का काम करता है। यह बात जिला जेल में पुलिस विभाग द्वारा आयोजित किए गए एक दिवसीय नशा विरोधी वर्कशाप में बंदियों को जागरूक करते हुए डीएसपी पुष्पा खत्री ने कहे।
डीएसपी पुष्पा खत्री ने कहा कि नशा एक बुरी लत है जो स्वयं के साथ समाज में भी बुराई फैलाने का काम कर रहा है। इसलिए हम सबको एकजुट होकर नशे के खिलाफ समाज में फैली इस बुरी बीमारी को दूर करने के लिए जागरूकता लानी होगी। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में न आए इसके लिए परिवार को भी आगे आकर अपने बच्चों पर ध्यान देना होगा। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम कटारिया ने कहा कि नशे के खिलाफ जागरूकता लाएं। डॉ. सतीश देशवाल ने एड्स व एचआईवी के परिणामों के बारें में विस्तार से बताया। रेडक्रास के याोगाचार्य विरेन्द्र सिंह ने भी योग व सकारात्मक सोच रखकर कार्य करने के बारें में बताया। उन्होंने कहा कि योग व ध्यान के माध्यम से हम अपने आपको स्वस्थ व अच्छा व्यक्ति बना सकते हैं। पुलिस पीआरओ पवन कपूर ने कहा कि नशे को जीवन से दूर भगाने के लिए व समाज से इस कुरीति को दूर करने के लिए हम सबको आगे आना होगा। इस अवसर पर जिला जेल अधीक्षक हरेंद्र सिंह, जिला जेल उप अधीक्षक राकेश लोहचब मौजूद थे।