मीटिंग में MLA मिढ़ा को मिली छोटी कुर्सी तो उठकर चल दिए, मनाने पहुंचे राज्यमंत्री
मीटिंग में छोटी कुर्सी मिलने से नाराज विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा वहां से चले गए। बाद में उनको मनाने खुद राज्यमंत्री अनूप धानक गए।
जेएनएन, जींद। BJP-JJP गठबंधन सरकार बनने के बाद जिला परिवेदना समिति की दूसरी बैठक में भी जेजेपी कोटे के राज्यमंत्री अनूप धानक और भाजपा विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा के बीच तारतम्य बिगड़ा रहा। छोटी कुर्सी मिलने में नाराज डॉ. मिढ़ा बैठक छोड़कर चले गए। उनकी नाराजगी का पता चलते ही बैठक छोड़कर अनूप धानक विधायक को मनाने के लिए चल दिए। आधा घंटा बाद साथ लेकर बैठक में पहुंचे। इसके बाद दोबारा बैठक शुरू हुई।
डीआरडीए के हॉल में होने वाली बैठक के लिए दोपहर 12 बजे का समय निर्धारित था। विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा करीब साढ़े 12 बजे हॉल में पहुंच गए थे। करीब आधे घंटे तक वह मंच पर अकेले ही बैठे रहे। करीब एक बजे श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री अनूप धानक मीटिंग में पहुंचे। मिढ़ा से हाथ मिलाने के बाद मंत्री कुर्सी पर बैठ गए। उनके एक तरफ डीसी व दूसरी तरफ एएसपी अजीत सिंह शेखावत बैठ गए। एएसपी के साइड वाली कुर्सियों पर जुलाना के विधायक अमरजीत ढांडा व भाजपा के जिला प्रधान अमरपाल राणा बैठ गए। मिढ़ा के बैठने के लिए कुर्सी नहीं बची तो पीछे से छोटी कुर्सी आगे कर दी गई। एक बार तो मिढ़ा उस पर बैठ गए थे, लेकिन इसे अपनी बेइज्जती समझकर वह दो मिनट बाद ही कुर्सी से उठकर चले गए।
उनके जाने के करीब पांच मिनट बाद ही परिवेदना समिति के भाजपा सदस्यों रामफल शर्मा, हरिदास सैनी, ओमप्रकाश ने मीटिंग का बायकाट कर दिया और बाहर जाने लगे। भाजपाइयों ने मंत्री से कहा कि उनके विधायक का अपमान किया गया है। उन्हें सम्मान नहीं दिया गया और कुर्सी भी नहीं मिली। इसलिए वे भी मीटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं। तभी मंत्री खुद कुर्सी से उठ गए और पूछने लगे कि क्यों मीटिंग से गए हैं?
मीटिंग को बीच में छोड़कर मंत्री खुद विधायक मिढ़ा को लाने के लिए रवाना हो गए। तब तक विधायक ङ्क्षपडारा की तरफ नए बस स्टैंड के पास पहुंच गए थे। भाजपा जिला प्रधान अमरपाल राणा ने उनको फोन करके वहीं रुकने के लिए कहा। नए बस स्टैंड से मिढ़ा को अपनी गाड़ी में बैठाकर करीब 25 मिनट बाद अनूप धानक वापस डीआरडीए परिसर में पहुंचे। इसके बाद मीटिंग शुरू हुई।
अनूप धानक बोले-मिढ़ा को किसी काम से जाना था
मीटिंग के बाद मंत्री अनूप धानक ने कहा कि विधायक मिढ़ा को किसी कार्य के लिए जाना था। इसलिए वह मीटिंग छोड़कर गए थे। मीटिंग का बॉयकाट करने वाले भाजपा सदस्यों को गलतफहमी हुई है। किसी तरह का मनमुटाव नहीं है। सबको पूरा मान-सम्मान दिया गया। वह खुद विधायक को अपनी गाड़ी में बैठाकर वापस लाए।
मिढ़ा बोले- कुर्सी न मिली तो क्या करता
विधायक मिढ़ा ने कहा कि वह मंत्री के आने से आधा घंटे पहले मीटिंग हॉल में पहुंच गए थे। मंत्री से हाथ मिलाने के बाद उनके साथ आइपीएस अजीत सिंह बैठ गए। मंत्री ने खुद उनसे कहा कि आप उधर बैठ जाओ। तब तक साइड वाली कुर्सियों पर दूसरे सदस्य बैठ गए थे। ऐसे में कुर्सी न मिलने पर मीटिंग में कैसे बैठा रहता।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें