किराया बढ़ोतरी को लेकर आढ़ती और ट्रांसपोर्ट आमने-सामने
किराया बढ़ोतरी की मांग को लेकर रविवार को ट्रांसपोर्टर व व्यापारी अनाज मंडी स्थित मार्केट कमेटी कार्यालय में आमने-सामने हो गए। दोनों ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। गौरतलब है कि किराया बढ़ोतरी को लेकर ट्रांसपोर्टर पिछले दो दिनों से हड़ताल पर हैं। मार्केट कमेटी सचिव जगजीत कादियान ने व्यापारियों व ट्रांसपोर्टर को काफी समझाने की कोशिश की लेकिन दोनों पक्षों में से कोई मानने का तैयार नहीं था।
संवाद सूत्र, सफीदों : किराया बढ़ोतरी की मांग को लेकर रविवार को ट्रांसपोर्टर व व्यापारी अनाज मंडी स्थित मार्केट कमेटी कार्यालय में आमने-सामने हो गए। दोनों ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। गौरतलब है कि किराया बढ़ोतरी को लेकर ट्रांसपोर्टर पिछले दो दिनों से हड़ताल पर हैं। मार्केट कमेटी सचिव जगजीत कादियान ने व्यापारियों व ट्रांसपोर्टर को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन दोनों पक्षों में से कोई मानने का तैयार नहीं था।
सूचना पाकर एसडीएम डा. आनंद कुमार शर्मा मार्किट कमेटी कार्यालय पहुंचे। एसडीएम ने पक्का आढ़ती संघ एवं राइस मिलर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष जैन व ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष नरवैल सिंह व उनके प्रतिनिधियों के साथ बैठक ली। ट्रांसपोर्ट यूनियन के पदाधिकारियों का कहना था कि डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं और इन कीमतों के कारण उनको गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया है। एक तरफ तेल की बढ़ती कीमतों की मार और दूसरी ओर उनके ऊपर धान के खरीदारों के द्वारा कंडा पर्ची व लेबर का डाले की मार डाली जा रही है। उनके ऊपर प्रति ट्रक एक हजार रुपये की मार पड़ रही है। ट्रांसपोर्टरों ने साफ किया कि अगर उनका मालभाड़ा नहीं बढ़ाया गया तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। व्यापारियों के साथ पहले बैठक में किराया पांच प्रतिशत बढ़ाया गया था, लेकिन तेल की कीमतें रुकने का नाम नहीं ले रही है। उन्होंने मांग रखी कि उनका किराया पांच प्रतिशत ओर बढ़ाया जाए। उधर पक्का आढ़ती संघ के प्रधान सुभाष जैन ने कहा कि एक अक्टूबर को हुई बैठक में किराया पांच प्रतिशत बढ़ोतरी व अन्य खर्चे उसी प्रकार से रखने का फैसला लिया गया था। अब फिर से ट्रांसपोर्टर किराया बढ़ाने की बात कहकर व्यापारियों के साथ धक्काशाही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारी किसी प्रकार की धक्काशाही कतई सहन नहीं करेगा। प्रशासन उन्हें बाहर से गाड़ी मंगवाने की इजाजत दे। अगर उन पर ज्यादा दबाव बनाया गया तो वे मंडी से माल खरीदना बंद कर देंगे। दोनों पक्षों की बात सुनकर एसडीएम डा. आनंद कुमार शर्मा ने उनसे आग्रह किया कि वे अपनी सहमति बनाए ताकि अनाज मंडी का कार्य सुचारू रूप से चल सके। दोनों पक्षों में काफी तनातनी के बाद चार फीसदी अतिरिक्त किराया बढ़ाने का फैसला लिया गया। किराया बढ़ोतरी के बाद ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल वापस ले ली।