संस्कृति प्राथमिक स्कूलों में दाखिले इसी माह
जागरण संवाददाता जींद प्रदेश सरकार की ओर से स्थापित राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूलो
जागरण संवाददाता, जींद: प्रदेश सरकार की ओर से स्थापित राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूलों में नए सत्र के दाखिले इसी माह शुरू हो जाएंगे। स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक करके स्कूल का नाम बदलने के लिए प्रस्ताव पारित किया जाएगा और नया नाम राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय होगा। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों के लिए निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश में एक हजार सरकारी स्कूलों को मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल बनाया गया है। मौजूदा सत्र में कक्षाएं पहले की ही तरह हिदी माध्यम से चलेंगी। आगामी सत्र में पहली और दूसरी कक्षा केवल अंग्रेजी माध्यम से ही लगेंगी। इन स्कूलों में 500 रुपये दाखिला फीस और 200 रुपये मासिक फीस ली जाएगी। ये केवल अंग्रेजी माध्यम कक्षाओं के लिए लागू होगा। विद्यार्थियों से ली जाने वाली फीस स्कूल प्रबंधन समिति स्कूल के रख-रखाव में खर्च करेगी। इन स्कूलों में अध्यापक के पद नॉन कोर माने जाएंगे तथा सामान्य स्थानांतरण नीति से बाहर रखा जाएगा। इन स्कूलों में अध्यापक एक स्पेशल स्क्रीनिग प्रक्रिया के अंतर्गत लगाए जाएंगे। जिन्हें विशेष प्रशिक्षण देकर अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने के लिए तैयार किया जाएगा। इन स्कूलों का उद्घाटन पांच से 25 सितंबर तक गणमान्य विभूतियों से कराया जाएगा। जिसके लिए खर्च राशि मुख्यालय डीईईओ को भेजेगा। इन स्कूलों में 134ए के तहत बीपीएल श्रेणी के मेधावी विद्यार्थियों को फीस में छूट मिलेगी। जींद के 60 स्कूल बनाए मॉडल संस्कृति स्कूल
जिले के 60 स्कूलों को मॉडल संस्कृति स्कूल बनाया गया है। इनमें अलेवा ब्लॉक के 10, जींद ब्लॉक के आठ, जुलाना के चार, नरवाना के 15, पिल्लूखेड़ा का एक, सफीदों के सात, उचाना के 15 स्कूल हैं। दाखिला और मासिक शुल्क पर उठाए सवाल
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने इन स्कूलों में दाखिला और मासिक शुल्क लिए जाने पर सवाल उठाए हैं। प्रेस प्रवक्ता भूप वर्मा ने कहा कि सरकार के इस फैसले से गरीब परिवारों के बच्चे इन स्कूलों में नहीं पढ़ पाएंगे। अध्यापक संघ इसका विरोध करेगा।