भविष्य की राजनीतिक दिशा को लेकर कार्यकर्ताओं ने फैसला ढुल पर छोड़ा
परमेंद्र ढुल ने भाजपा छोड़ने के बाद ली कार्यकर्ताओं की मीटिग कहा कृषि कानूनों के रद होने तक विरोध जारी रहेगा
परमेंद्र ढुल ने भाजपा छोड़ने के बाद ली कार्यकर्ताओं की मीटिग, कहा: कृषि कानूनों के रद होने तक अंजाम तक करेंगे पीछा
कार्यकर्ताओं ने दिया सामूहिक इस्तीफा, गठबंधन सरकार को उखाड़ फेंकने का किया आह्वान जागरण संवाददाता, जींद: जुलाना से पूर्व विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने भाजपा छोड़ने के बाद शनिवार को कार्यकर्ताओं की विशेष बैठक ली। इस दौरान ढुल के नेतृत्व में जुलाना विधानसभा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफा देकर किसान विरोधी भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। इस दौरान भविष्य की राजनीति की चर्चा के दौरान कार्यकर्ताओं ने फैसला पूर्व विधायक पर छोड़ दिया।
परमेंद्र सिंह ने कहा कि किसान विरोधी सरकार के खिलाफ लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक तीनों किसान विरोधी बिलों का खात्मा नहीं होगा। भविष्य की राजनीति को लेकर परमेंद्र सिंह को क्या कदम लेना चाहिए, इस पर सभी ने अपने विचार रखे। कार्यकर्ताओं ने परमेंद्र सिंह द्वारा विपक्ष में रहते हुए भी करवाए गए विकास कार्यों को याद करते हुए कहा कि हम सब को मिलकर वह समय दोबारा लाना है। परमेंद्र ढुल ने सभी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि बरोदा उपचुनाव में भाजपा-जजपा उम्मीदवार को बड़े भारी अंतर से हराएं और किसान विरोधियों के विरुद्ध निर्णायक लड़ाई की तैयारी करें। यह मात्र उपचुनाव नहीं, बल्कि किसान, कमेरे और पूंजीपतियों के बीच की लड़ाई है।
इस अवसर पर महेंद्र यादव, महेंद्र जांगड़ा, राजपाल मास्टर, संजय लाठर करसौला, महिपाल नागर, महेंद्र नागर, सतबीर करसौला, सतीश हथवाला, राममेहर शर्मा, सुरेश सरपंच सिन्धवी खेड़ा, राजेश गोयत, दिवान सिंह गोयत, धर्मराज कौशल, नरेश ढांडा खरकरामजी, मेजर सिंह, जगदीप चहल, रामकुमार सरपंच अकालगढ़, बिजेन्द्र नंबरदार शामलो कलां, बुध सिंह सरपंच शामलो खुर्द, कप्तान आर्य, रामनिवास आर्य, रमेश हुड्डा, विकास लोहान, कैप्टन रणधीर चहल, कुलदीप दलाल, रोहताश लाठर, आदि सहित सैंकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।