नई शिक्षा नीति का स्कूल, कालेजों में प्रचार करेगी एबीवीपी : खंडेलवाल
एबीवीपी के उत्तर क्षेत्रीय संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल ने कहा कि सरकार से जीडीपी का 10 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करने की मांग रखी थी। सिर्फ छह प्रतिशत ही खर्च कर रही है।
जागरण संवाददाता, जींद : एबीवीपी के उत्तर क्षेत्रीय संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल ने कहा कि सरकार से जीडीपी का 10 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करने की मांग रखी थी। सिर्फ छह प्रतिशत ही खर्च कर रही है। सरकार से इसे बढ़ाने की मांग की जाएगी। हालांकि मांग पर सरकार ने 3.7 से बढ़ाकर इसे छह प्रतिशत कर दिया है। फिर भी अब दूसरे देशों के मुकाबले कम है। वह रविवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान शिक्षा नीति काफी बेहतर है। इसलिए इसका प्रसार होना जरूरी है। लोगों को जागरूक करने के लिए एबीवीपी स्कूल, कालेज व विश्वविद्यालय में जा रहा है। ये शिक्षा नीति भविष्य के लिए अनुकूल है। 34 साल बाद इसमें बदलाव हुए हैं। पब्लिक डोमेन में छह साल इसे रखा गया और उसके बाद लागू किया गया। इसी वजह से नई शिक्षा नीति का विरोध नहीं हुआ। इसमें विद्यार्थियों के लिए काफी विकल्प हैं। हिमाचल प्रदेश में इसे लागू करने के लिए टास्क फोर्स का गठन हुआ है। बाकी राज्यों से भी मांग करेंगे कि जल्द ही टास्क फोर्स का गठन कर इसे लागू किया जाए। इस अवसर पर वीरेंद्र पिडारा, युवराज व एबीवीपी के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।