हाइटेंशन तारों से निकली चिगारी से 50 एकड़ के फाने जले
गांव ढ़ाकल रोड रजवाहे पुल के पास हाइटेंशन तारों से निकली चिगारी ने कई एकड़ के फानों को अपनी चपेट में ले लिया और देखते-ही देखते चौपड़ा पत्ती व गांव ढ़ाकल निवासियों के लगभग 50 एकड़ के फाने जलकर राख हो गए। किसान चरणजीत मिर्धा राममेहर राजबीर धर्मवीर हरिराम दिप्पी चौपड़ा प्रकाशा ने बताया कि वो अपने खेतों में फानों को एकत्रित कर तूड़ी के लिए तैयार कर रहे थे तो अचानक ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन तारों की चिगारी उठी और नीचे पड़े फानों में आग लग गई।
संवाद सूत्र, नरवाना : गांव ढ़ाकल रोड रजवाहे पुल के पास हाइटेंशन तारों से निकली चिगारी ने कई एकड़ के फानों को अपनी चपेट में ले लिया और देखते-ही देखते चौपड़ा पत्ती व गांव ढ़ाकल निवासियों के लगभग 50 एकड़ के फाने जलकर राख हो गए। किसान चरणजीत मिर्धा, राममेहर, राजबीर, धर्मवीर, हरिराम, दिप्पी चौपड़ा, प्रकाशा ने बताया कि वो अपने खेतों में फानों को एकत्रित कर तूड़ी के लिए तैयार कर रहे थे, तो अचानक ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन तारों की चिगारी उठी और नीचे पड़े फानों में आग लग गई। लोगों ने अपने स्तर पर ट्रैक्टर आदि के माध्यम से आग को बुझाना चाहा, लेकिन हवा के तेज झोंको के साथ आग बढ़ती ही चली गई और लोगों के काबू से बाहर हो गई। जिसके कारण आसपास की रिहायशी कालोनी धर्म सिंह कालोनी में भी आग पहुंचने की नौबत आ गई थी, लेकिन नगर परिषद और मार्किट कमेटी की फायर-ब्रिगेड की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और लोगों ने राहत की सांस ली। खेतों में बने कमरे व इंजनों में लगी आग
फानों में आग लगने से खेतों में बने दो कमरे व ट्यूबवेल के लिए लगे इंजन भी आग की चपेट में आ गए। जिसके कारण लोगों को भय सताने लगा कि कहीं डीजल के कारण इनमें धमाका न हो जाए। इसके अतिरिक्त खेतों में इकट्ठी की गई तूड़ी में भी आग लग गई, जिससे किसानों की करी मेहनत पर पानी फिर गया और किसान अपनी किस्मत को कोसते नजर आए।