वैक्सीन की कमी का असर, अब छुट्टी के दिन नहीं लग पा रहे कैंप
लोगों को दिक्कते हो रही है। लोग वापस लौट रहे हैं
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए बचाव के इंतजामों पर वैक्सीन की कमी भारी पड़ रही है। सरकार की ओर से मास्क, दो गज की दूरी, हाथों की सफाई के साथ-साथ वैक्सीनेशन को जरूरी तो ठहराया हुआ है, लेकिन दिक्कत तो यह है कि वैक्सीन का स्टाक ही बेहद कम है। ऐसे में लोग चाहकर भी कोरोना के इस सुरक्षाचक्र को अपना नहीं पा रहे हैं। हालात यह है कि कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति बेहद कम हो रही है और कोवैक्सीन की आपूर्ति न के बराबर है। अब तो महीने भर से को-वैक्सीन की केवल दूसरी डोज ही लगाई जा रही है। पहली डोज के लिए जाने वाले निराश होकर वापस लौटते हैं। इसी कारण स्पेशल वैक्सीनेशन कैंप भी कम लगाए जा रहे हैं। रविवार के दिन तो कैंपों की संख्या बढ़ाई जाती थी, ताकि अधिक से अधिक लोग वैक्सीन लगवा सकें, मगर इस रविवार को तो कहीं पर कोई वैक्सीनेशन कैंप नहीं लग पाया। इंटरनेट मीडिया पर भी यह मसला छाया रहा। लोग एक दूसरे से पूछते रहे कि वैक्सीनेशन कैंप कहां है। बाद में सभी को पता लगा कि कैंप तो कहीं पर नहीं है। सिविल अस्पताल में भी अब भीड़ कम है, क्योंकि यहां पर को-वैक्सीन की पहली डोज नहीं दी जा रही है। फिलहाल कोविशील्ड की ही पहली और दूसरी डोज दी जा रही है। दरअसल, वैक्सीन की यह कमी महीने भर से बनी हुई है। इसी कारण पिछले एक सप्ताह में कम ही लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग पाई है। फिलहाल तो जिनको दूसरी डोज लगनी है, उनके टीकाकरण को प्राथमिकता दी जा रही है।
नोडल आफिसर डा. सुंदरम कश्यप ने बताया किकुछ दिनों से वैक्सीन की सप्लाई कम है। रविवार को वैक्सीनेशन कैंप कहीं पर भी नहीं लग पाया। अब सोमवार या मंगलवार को वैक्सीनेशन सत्र चलाया जाएगा।