हिसार से जुड़े दवा विक्रेता से रंगदारी मांगने के तार, फर्जी आइडी पर सिम को एक्टिवेट करने के दो आरोपित काबू
चार अगस्त को दवाइयों के थोक विक्रेता को लैंडलाइन पर कॉल करते हुए 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के तार हिसार से जुड़कर सामने आए हैं। मामला दर्ज होने के बाद डीएसपी राहुल देव की अगुवाई में चल रही जांच में फर्जी आइडी पर सिम एक्टिवेट करने के दो आरोपित काबू किए गए है। इनकी पूछताछ में पहचान हिसार के खरकड़ी गांव निवासी राजेश पुत्र रामकिशन तथा मुकेश पुत्र राजेश के रूप में हुई है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : चार अगस्त को दवाइयों के थोक विक्रेता को लैंडलाइन पर कॉल करते हुए 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के तार हिसार से जुड़कर सामने आए हैं। मामला दर्ज होने के बाद डीएसपी राहुल देव की अगुवाई में चल रही जांच में फर्जी आइडी पर सिम एक्टिवेट करने के दो आरोपित काबू किए गए है। इनकी पूछताछ में पहचान हिसार के खरकड़ी गांव निवासी राजेश पुत्र रामकिशन तथा मुकेश पुत्र राजेश के रूप में हुई है।
प्राथमिक पूछताछ में दोनों ने मोबाइल सिम कार्ड एक्टिवेट करने के षड्यंत्र का खुलासा किया। प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि अपने किसी जानकार व्यक्ति की आइडी का दुरुपयोग करके फर्जी तरीके से किसी अन्य के लिए सिम कार्ड को एक्टिवेट किया था। एक्टिवेट किए गए सिम कार्ड का काफी समय से कोई इस्तेमाल नहीं हुआ। फिर, काफी समय बाद इस नंबर का इस्तेमाल करते हुए दवा विक्रेता से बीस लाख रुपये रंगदारी मांगने की वारदात को अंजाम दिया गया। आरोपितों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। ताकि, यह पता लगाया जा सके कि रंगदारी के इस मामले में किस-किसके हाथ शामिल हैं। हालांकि, अभी तक मुख्य आरोपित पुलिस की जद से बाहर हैं। इधर, पुलिस का दावा है कि जल्द ही मुख्य आरोपित भी गिरफ्त में होगा। मीटिग कर तैयार की गई रणनीति
तीन दिन पहले सोमवार से अनिश्चितकालीन बंद के लिए अल्टीमेटम दे चुके दवा विक्रेता अपने फैसले पर अडिग हैं। रविवार को कार्यकारिणी से जुड़े व्यापारियों ने एक बैठक करते हुए रणनीति तैयार की है। सोमवार को दुकानें बंद रखते हुए श्री राम धर्मशाला से लघु सचिवालय तक प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद उपायुकत जितेंद्र कुमार को अपनी मांगों से जुड़ा ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। अभी तक के फैसले के अनुरूप पहले चरण में झज्जर शहर की करीब 100 दुकानें बंद रखी जाएंगी। एक दिन के बाद यह कॉल बहादुरगढ़ के दवा विक्रेता और ग्रामीण विक्रेताओं तक पहुंचेगी। दो दिन के बाद भी अगर कोई समाधान नहीं हुआ तो विषय को हरियाणा और देश भर तक ले जाया जाएगा। ताकि, पीड़ित दवा व्यापारी को न्याय मिल सके। इधर, दवा विक्रेताओं का कहना है कि जिस तरह से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है, वह सभी को हजम नहीं हो रहा। कोई भी व्यापारी सुबह से शाम तक अपने परिवार को छोड़कर प्रतिष्ठान पर मेहनत करता है। जबकि, बदमाश फोन पर परिवार को देख लेने की धमकी देते हुए दबाव बनाते हैं। यह उचित नहीं हैं और न ही पूरी प्रक्रिया को बर्दाश्त किया जाएगा।
प्रतिक्रिया : फर्जी आइडी पर सिम एक्टिवेट करने के दो आरोपितों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। मुख्य आरोपित भी शीघ्र ही पुलिस की जद में होगा।
राजेश कुमार, सिटी थाना प्रभारी। सोमवार को ज्ञापन देते हुए अपना विरोध व्यक्त किया जाएगा। अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया गया है। दवा विक्रेता कतई नहीं चाहते कि संकट की इस घड़ी में किसी को परेशान होना पड़े। लेकिन, जिस तरह के हालात बन रहे हैं, उसमें काम करना भी आसान नहीं।
गुलशन मिगलानी, महासचिव, जिला केमिस्ट एसोसिएशन।