केएमपी एक्सप्रेस वे पर कल खत्म हो जाएगी टोल के ट्रायल की अवधि, 15 को खुलेंगे टेंडर के रेट
कुंडली-मानेसर-पलवल एक्स्त्रपेस वे (केएमपी) पर टोल कलेक्शन का ट्रायल टेंडर 12 जनवरी को पूरा हो रहा है। इससे पहले स्थायी टेंडर जारी नहीं हो पाएगा। इसके लिए जो निविदाएं आमंत्रित की गई हैं, उनके रेट ही 15 जनवरी को खुलेंगे। तब तक ट्रायल टेंडर की अवधि बढ़ाई जाएगी। इस बीच केएमपी पर काम कर चुके ठेकेदारों और निर्माण कंपनी के बीच पैसे का मामला भी अभी तक नहीं सुलझ पाया है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस वे (केएमपी) पर टोल कलेक्शन का ट्रायल टेंडर 12 जनवरी को पूरा हो रहा है। इससे पहले स्थायी टेंडर जारी नहीं हो पाएगा। इसके लिए जो निविदाएं आमंत्रित की गई हैं, उनके रेट ही 15 जनवरी को खुलेंगे। तब तक ट्रायल टेंडर की अवधि बढ़ाई जाएगी। इस बीच केएमपी पर काम कर चुके ठेकेदारों और निर्माण कंपनी के बीच पैसे का मामला भी अभी तक नहीं सुलझ पाया है।
केएमपी का उद्घाटन तो 19 नवंबर को हो गया था, मगर इसका कार्य पूरा अभी तक नहीं हुआ है। इस बीच 12 दिसंबर से केएमपी पर टोल वसूली शुरू कर दी गई थी। पहले एचएसआइआइडीसी की तरफ से इसका ट्रायल टेंडर दिया गया था। इसकी अवधि एक माह रखी गई। यह टेंडर 12 जनवरी को पूरा हो रहा है। मगर उससे पहले नया टेंडर जारी नहीं हो पाएगा। इसके लिए जो निविदा आमंत्रित की गई हैं, उनके रेट ही 15 जनवरी को खुलेंगे। इसके बाद आगामी प्रक्रिया चलेगी। ऐसे में जब तक नया टेंडर जारी नहीं होता, तब तक ट्रायल टेंडर लेने वाली कंपनी ही कुंडली से मानेसर के बीच टोल कलेक्शन करेगी। ===अभी चार लेन ही हैं चालू
मांडौठी के पास टोल पर कुल 11 लेन बनी हैं, मगर इनमें से आधी में सेटअप लगाया गया है। दिल्ली-रोहतक रोड से केएमपी पर जाने के लिए दो लेन और निकासी के लिए भी दो लेन पर सेटअप चालू है। इन्हीं चार लेन से वाहन आ-जा रहें हैं। वाहनों की संख्या बढ़ने पर बाकी लेन बाद में चालू होंगी। ---अभी वाहन हैं कम केएमपी पर अभी वाहनों की संख्या ज्यादा नहीं है। एक महीने से टोल कलेक्शन हो रही है। इस पर फिलहाल दौड़ रहे वाहनों की संख्या कम ही है। टोल से बचने के लिए वाहन चालक दूसरे रास्तों को भी चुन रहे हैं। ट्रायल टेंडर लेने वाली कंपनी के कर्मचारी भी वाहनों की संख्या ज्यादा न होने की बात कह रहें हैं। :::::अभी बंद नहीं हुए कट केएमपी पर पिछले दिनों दहकोरा गांव के पास से लाइटों के लिए लगाया गया जनरेटर चोरी हो गया था। उसके बाद संबंधित ठेकेदार ने असुरक्षित जगहों से जनरेटर हटा लिए थे। मगर बाद में कुछ कट बंद होने के बाद इन जनरेटरों को चालू कर दिया गया था। समस्या यह है कि जहां से जनरेटर चोरी हुआ था, वहां पर बना कट अभी भी बंद नहीं किया गया है। इसके कारण केएमपी पर फिर से जनरेटर चोरी होने का खतरा बना हुआ है। लाइट ठेकेदार सुंदर ¨सह ने बताया कि एक तो जनरेटर चोरी के मामले में पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही है। दूसरा केएमपी पर खुले अवैध कट बंद नहीं हो रहे। इससे फिर चोरी होने का डर बना हुआ है। ----ठेकेदारों को नहीं मिला है कंपनी से पैसा केएमपी निर्माण का टेंडर लेने वाली एस्सेल इंफ्रा से सब टेंडर लेकर जिन ठेकेदारों ने काम किया था, उनका पैसा कंपनी की तरफ अटका हुआ है। ऐसे मे यह विवाद भी नहीं सुलझ पाया है। महीने भर से ये ठेकेदार अपने पैसे के लिए आंदेालन कर रहे है। सीएम से भी मिल चुके हैं। सीएम ने 15 दिन का वक्त दिया था, मगर यह भी पूरा हो गया, लेकिन पैसा नहीं मिला। फिलहाल ये ठेकेदार मानेसर में टोल प्लाजा के पास धरना दे रहे हैं। सभी ठेकेदारों के मिलाकर लगभग 150 करोड़ रुपये कंपनी की तरफ फंसा हुआ है। --केएमपी पर टोल कलेक्शन के लिए नए टेंडर के रेट 15 जनवरी को खुलेंगे। जब तक नया टेंडर जारी नहीं होता, तब तक ट्रायल टेंडर की ही अवधि बढ़ाई जाएगी। केएमपी पर बने ज्यादातर कट बंद हो चुके हैं, जो इक्का-दुक्का खुले हैं, उन्हें भी जल्द बंद किया जाएगा।
-सुरेंद्र देशवाल, सीनियर मैनेजर, एचएसआइआइडीसी।