टोल सुपरवाइजर पर एक लाख 96 हजार की नकदी चोरी का आरोप
केएमपी टोल प्लाजा पर तैनात प्रबंधक ने अपने यहां काम करने वाले एक सुपरवाइजर के खिलाफ टोल प्लाजा पर एकत्र की गई नकदी चोरी करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दी है। शिकायत में सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाया गया है।
संवाद सूत्र, बादली (झज्जर) : केएमपी टोल प्लाजा पर तैनात प्रबंधक ने अपने यहां काम करने वाले एक सुपरवाइजर के खिलाफ टोल प्लाजा पर एकत्र की गई नकदी चोरी करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दी है। शिकायत में सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाया गया है। हालांकि, इसमें यह भी बताया गया है कि आरोपित सुपरवाइजर 25 नवंबर को टोल से जरूरी काम बता चला गया था। बहरहाल, टोल से चोरी हुए एक लाख 96 हजार रुपये नकदी के मामले की पुलिस जांच कर रही हैं। आरोपित ठहराए गए सुपरवाइजर के खिलाफ भादंस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
27 नवंबर को एकत्र की गई राशि में हुई चोरी : मूल रूप से मध्यप्रदेश के जिला सतना के गांव दुबहियां निवासी जितेंद्र पाठक ने बादली थाना में दी शिकायत में बताया कि टोल से प्रतिदिन एकत्र होने वाला तीनों शिफ्ट का कैश अकाउंट शाखा की अलमारी में रखा जाता है। इसे रोजाना अगले दिन सुबह 10 बजे टोल कर्मचारी बैंक में जमा करवा आता है। कंपनी की ओर से अकाउंट कक्ष में सीसीटीवी कैमरा भी लगवाया हुआ है। जिसकी निगरानी के लिए एक नेटवर्क अधिकारी भी तैनात है। बकौल जितेंद्र 27 नवंबर को एकत्र की गई 226775 राशि में 196000 अलमारी में रखे हुए थे। 28 नवंबर की बड़ी सुबह निगरानी के लिए लगाए गए अधिकारी वैभव तिवारी ने सर्वर रूम में पाया कि अकाउंट रूम और लॉबी के कैमरे बंद थे। जिसके बाद फुटेज चेक की गई तो पता चला कि 2.05 से 2.15 बजे तक के बीच में एक व्यक्ति मुंह पर मास्क लगाकर खिड़की से कमरे में दाखिल हुआ और उसने कैमरे की पिन निकाल दी। बाद में चेक किया तो पिन निकली हुई थी। 25 नवंबर को गए सुपरवाइजर पर जताया शव
शिकायत में उक्त नकदी चोरी का आरोप वहां पर काम करने वाले एक सुपरवाइजर पर लगाया गया है। बताया गया कि यह सुपरवाइजर टोल से 25 नवंबर को जरूरी काम की बात कहकर गया था। जबकि, सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर जो व्यक्ति दिखाई दे रहा है, वह भी वैसा ही प्रतीत हो रहा है। इसीलिए, कंपनी की ओर से नामजद शिकायत दी गई है। इधर, पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच की जा रही है।