मंडियों से उठान पर दूर नहीं हो रही खरीद एजेंसियों की सुस्ती
दिन-प्रतिदिन मंडियों में खरीदी गई फसल को रखने को संकट गहराता जा रहा है
दिन-प्रतिदिन मंडियों में खरीदी गई फसल को रखने को संकट गहराता जा रहा है। जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
यहां की मंडियों में गेहूं की खरीद तो सुचारु है, मगर उठान को लेकर खरीद एजेंसियों की सुस्ती नहीं टूट रही है। बहादुरगढ़ में दो जगहों पर खरीद जारी है, मगर उठान अभी तक 25 फीसद भी नहीं हुआ है। दिन-प्रतिदिन मंडियों में खरीदी गई फसल को रखने को संकट गहराता जा रहा है। प्लेटफार्म और सड़क खुले अनाज व बोरियों से अट गए हैं। उठान को लेकर इतनी सुस्ती क्यों हैं, इस पर खरीद एजेंसियों के पास एक ही जवाब है कि प्रक्रिया चल रही है। मगर हालात सच्चाई बयां कर रहे हैं। उठान न होने से बढ़ रही परेशानी :
मंडियों से उठान न होना किसान और आढ़ती दोनों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। किसान तो आढ़तियों के पास अपनी फसल लेकर पहुंच रहे हैं। मगर पहले से खरीदी गई फसल का उठान न होने से आढ़तियों के लिए भी समस्या है कि फसल को कहां पर उतारवाएं। यह उठान खरीद एजेंसियों को ही करना होता है, मगर उनकी यह प्रक्रिया अभी ढीली है। खास बात यह है कि बहादुरगढ़ में तो दोनों ही खरीद एजेंसियों का गोदाम मंडी से एक किलोमीटर भी नहीं है। तब यह दिक्कत आ रही है। किसानों को फसल के भुगतान में भी इससे देरी होगी। जब तक मंडी में खरीदी गई फसल एजेंसियों के गोदाम में नहीं पहुंच जाती, तब तक भुगतान नहीं होता। ऐसे में सरकार ने 48 से 72 घंटे के अंदर किसानों को भुगतान की जो घोषणा कर रखी है, वह कैसे पूरी होगी। बहादुरगढ़ मार्केट कमेटी के अंतर्गत शहर की मंडी के अलावा आसौदा में गेहूं की खरीद चल रही है। शहर की मंडी में तो खाद्य एवं आपूर्ति विभाग और हरियाणा वेयर हाउस कारपोरेशन मिलकर खरीद कर रहे हैं। जबकि आसौदा में खरीद का जिम्मा इस बार खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को दिया गया है। यह है स्थिति
मंडी अभी तक खरीद उठान
बहादुरगढ़ 19900 क्विटल 5592 क्विटल
आसौदा 18102 क्विटल 2453 क्विटल वर्जन.
खरीद के दो दिन बाद से ही उठान के लिए व्यवस्था कर दी गई थी। गाड़ियां और बढ़वाई जा रही हैं। जल्द ही उठान करवा दिया जाएगा।
--रमन, मैनेजर, हरियाणा वेयर हाउस