बंद रहे बाजार, आक्रोशित व्यापारियों ने लगाया जाम
जागरण संवाददाता, झज्जर : 30 अगस्त को दो पक्षों के बीच हुए आपसी विवाद से जुड़े मामले में बेरी
जागरण संवाददाता, झज्जर : 30 अगस्त को दो पक्षों के बीच हुए आपसी विवाद से जुड़े मामले में बेरी कस्बा से जुड़े एक व्यापारी द्वारा जहरीले पदार्थ का सेवन करने से पीजीआइ में हुई मौत के बाद अभी तक की पुलिस कार्रवाई पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बेरी के बाजार दिन भर बंद रहे। उल्लेखनीय है कि बाजार को बंद किए जाने का आह्वान रविवार को हुई एक बैठक में ही कर दिया गया था। उसी को मूर्त रूप देते हुए सुबह से दुकानें खुली ही नहीं। इधर, दिन के समय में व्यापारी पहले तो कस्बा स्थित गोशाला में एकत्र हुए। यहां सामूहिक रूप से हुई चर्चा में पुलिस के स्तर पर अभी तक की गई कार्रवाई पर रोष व्यक्त किया गया। जिसके बाद तय हुआ कि भागलपुरी चौक पर जाम लगाया जाए। एकजुट हुए व्यापारी एवं कस्बा वासियों ने यहां से चौक का रूख किया। वहां पहुंचते हुए उन्होंने बीच सड़क में बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी।
उधर, व्यापारियों की ओर से उठाए गए इस कदम पर प्रशासन की पहले ही नजर थी। ऐसे में बेरी थाना प्रभारी वहां टीम सहित पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। ग्रामीणों के मिजाज को देखते हुए डीएसपी अजमेर ¨सह वहां पहुंचे और उनका पक्ष जानते हुए जाम खोलने की बात कही। लेकिन ग्रामीण समयबद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद एक दफा फिर डीएसपी विरोध कर रहे लोगों के बीच में पहुंचे और आश्वस्त करते हुए कहा कि इस सप्ताह में आरोपित काबू कर लिए जाएंगे। जिसके बाद लोगों ने जाम खोला। इससे पूर्व जाम के दौरान चौक को जोड़ने वाले सभी मार्गो पर काफी संख्या में वाहन फंसे रहे। बेशक ही पुलिस के स्तर पर व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर यातायात को डाइवर्ट भी किया गया। लेकिन जाम खुलने के बाद ही पूर्ण रूप से स्थिति सामान्य हो पाई। यह है मामला
गौरतलब है कि 30 अगस्त को व्यापारी धर्मेद्र व राजेश के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। आरोप है कि इस दौरान राजेश ने धर्मेद्र की पिटाई भी की थी। बाद में धर्मेद्र द्वारा बेरी पुलिस चौकी में मामले की शिकायत दर्ज करवाई गई। लेकिन राजेश पीड़ित धर्मेद्र पर ही मामला दर्ज करवाने की बात कह रहा था। यहां आरोप है कि पुलिस भी धर्मेद्र पर ही दबाव बना रही थी। इस दौरान दोनों पक्षों में सहमति का प्रयास भी किया गया। लेकिन वह बात सिरे नहीं चढ़ पाई। इसी से आहत होकर धर्मेद्र ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया और बाद में उपचार के दौरान पीजीआई रोहतक में उसकी मौत हो गई। बताते है कि मरने से पूर्व धर्मेद्र पुत्र फूल ¨सह ने अपनी स्कूटी की डिग्गी में सुसाइड नोट लिख कर छोड़ा था। जिसमें उसने बेरी के हिदयांन पाना निवासी राजेश पुत्र तुलसी राम, प्रयाग पुत्र तुलसी राम व प्रयाग के तीनों पुत्रों युद्धबीर ,धर्मबीर और कर्मबीर को मौत का जिम्मेवार ठहाराया था। इसी से जोड़ते हुए ही ग्रामीणों के स्तर पर चौकी प्रभारी को भी जिम्मेवार ठहराया गया। बाद में मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के स्तर पर उक्त 6 के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। चौकी प्रभारी के अलावा यहां पर आरोपित ठहराए गए अन्य 5 में से भी दो पुलिस कर्मी है। ग्रामीणों का कहना है कि इन्हीं पुलिसकर्मियों के दबाव ही ज्यादा परेशानी बढ़ी है। बहरहाल, पुलिस के स्तर पर मुख्य आरोपित ठहराए गए राजेश को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि शेष अन्य पुलिस की जद से बाहर है।
अंतिम संस्कार के दिन भी डटी रही थी पुलिस
: धर्मेद्र की मौत के बाद पुलिस कार्रवाई से खफा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण बेरी थाने में भी पहुंच गए थे और आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जल्द गिरफ्तारी की बात कह रहे थे। पुलिस को चेतावनी देते हुए यह भी कहा था कि अगर सभी आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होता है तो शव को सड़क पर रखकर जाम भी लगाया जाएगा। रविवार को सीएम कार्यक्रम के चलते मामला ज्यादा न बढ़े इसलिए पुलिस ने मामले में आरोपित पुलिस कमियों सहित छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। इधर, 2 सितंबर को सीएम के कार्यक्रम के मद्देनजर भी बेरी में डीएसपी हंसराज की मौजूदगी में बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद रही थी। ताकि अंतिम संस्कार में कोई दिक्कत नहीं हो। यह रहे मुख्य रूप से मौजूद :
बेरी में हुए विरोध प्रदर्शन एवं पंचायत के दौरान मुख्य रूप से पालिका चेयरपर्सन प्रतिनिधि बिल्लू पहलवान, बिजेंद्र, धर्मराज, कुलदीप, लक्ष्मण, पवन, र¨वद्र, आंनद शर्मा, मोहन, जय भगवान, डाक्टर जगदीश कादियान, भूप कादियान, शेखर, सुंदर, रोहित, राजेश, राकेश,मुकेश, र¨वद्र, दवेंद्र, अंकित, अजाद, राकेश, विक्की आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे। प्रतिक्रिया :
मृतक व्यापारी के परिजनों के व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला मुख्यालय पर पहुंचते हुए सीटीएम को ज्ञापन सौंपा था। यहां भी इसी बात को उठाया गया था कि आरोपितों को अतिशीघ्र काबू किया जाए। बाजार बंद का फैसला सामूहिक था। जिस पर सभी व्यापारियों ने साथ भी दिया। पुलिस के स्तर पर आश्वास्त किया गया है कि इस सप्ताह में आरोपित काबू कर लिए जाएंगे। तय समय में अगर उचित कार्रवाई नहीं होती तो आगे के आंदोलन की सामूहिक रूप से रणनीति बनाई जाएगी।
अत्तर ¨सह, प्रधान, व्यापार मंडल, बेरी।