बाजरा खरीद के बाद भुगतान को लेकर किसान हुए परेशान
जागरण संवाददाता, झज्जर: बाजरा खरीद के बाद भुगतान नहीं होने के कारण किसानों को परेशा
जागरण संवाददाता, झज्जर: बाजरा खरीद के बाद भुगतान नहीं होने के कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसान कभी आढ़ती तो कभी मार्केट कमेटी बोर्ड कार्यालय के चक्कर लगा रहे है। लेकिन फिर भी कोई समाधान नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते किसानों में रोष भी बना हुआ है। भुगतान के अलावा वो किसान भी मार्केट कमेटी बोर्ड के चक्कर लगा रहे है। जो पहले किसी कारणवश अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए थे। उधर, किसानों का करीब 30 प्रतिशत बाजरा आनलाइन प्रक्रिया के दौरान रिकार्ड में दर्ज नहीं हो पाया है। जिसके चलते भी किसान परेशान है। अधिकारी कभी खाता नंबर गलत होने तो कभी आइएफएसआइ कोड गलत होने की बात कहकर किसानों को चक्कर लगवा रहे है। जोकि परेशानी का कारण बना हुआ है। ---करीब 1600 किसानों ने न्यू रजिस्ट्रेशन के लिए दी हुई है एप्लीकेशन बाजरा फसल की सरकारी खरीद शुरू होने से पहले गांव-गांव जाकर किसानों की फसल का रजिस्ट्रेशन किया गया था। जिसमें किसानों के खाता नंबर सहित अन्य जानकारी ली गई थी। उस दौरान क्षेत्र के करीब 1600 किसान ऐसे रह गए थे। जो अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए थे। जिन्होंने अब मार्केट कमेटी बोर्ड कार्यालय में दोबारा रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए एप्लीकेशन दी हुई है। करीब 20 दिन पहले किसानों ने अपनी एप्लीकेशन जमा करवाई थी। लेकिन अभी तक किसानों की फसल का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया।जिसके चलते भी किसान परेशान है और उनका बाजारा घरों या फिर मंडियों में पड़ा हुआ है। --16 अक्टूबर को वो अपनी फसल मंडी में बेचकर गया था। फसल बेचने के लिए जो दस्तावेज विभाग द्वारा मांगे गए थे। वो सभी भी जमा करवा दिए गए है। फिर भी भुगतान नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते परेशानी हो रही है।
---राज ¨सह, किसान गांव माछरौली। दस दिन से मार्केट बोर्ड कार्यालय और आढ़तियों के पास चक्कर लगा रहा हूं। लेकिन बाजरे की फसल का भुगतान नहीं हो रहा है। मोबाईल में आनलाईन फसल खरीद का मैसेज भी मिल चुका है। अधिकारी कभी लिस्ट का मिलान नहीं होने की बात कह रहे है तो कभी जल्द पेमेंट करवाने की बात कह कर चक्कर लगवा रहे है। जिसके चलते परेशानी हो रही है। --राकेश, किसान गांव बामडौला। तीन अक्टूबर को मंडी में अपनी फसल बेच कर गया था। 25 दिन बीत गए है। लेकिन भुगतान नहीं हो रहा है। कई दफा अधिकारियों को भी समस्या के बारे में बताया जा चुका है। जल्द भुगतान करने का आश्वासन दिया जा रहा है। लेकिन भुगतान नहीं किया जा रहा है।
---महेंद्र, किसान गांव छारा। ----किसानों की फसल का भुगतान नहीं होने के कारण किसान काफी परेशान है। अधिकारियों के पास चक्कर लगाकर भी दुखी हो चुके है। कई किसानों को जिनको रूपयों की ज्यादा जरूरत थी। अपनी जेब से भी भुगतान किया है। उनकी फर्म का भी भुगतान नहीं किया गया है।
----मोहन धनखड़, आढ़ती। ---किसान द्वारा दी गई जानकारी और आनलाईन रिकार्ड में दर्ज किए आंकड़ों में मिलान नहीं होने के कारण करीब 30 प्रतिशत बाजरे की खरीद नहीं हो पाई है। जिसके चलते किसान काफी परेशान है। किसानों की समस्याओं को जल्द दूर किया जाए और जिन किसानों की फसल का भुगतान नहीं मिल पाया है। उनका भुगतान भी जल्द किया जाए।
---चांद ¨सह, प्रधान अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन। ----खरीद एंजेसी हैफेड और हरियाणा वेयर हाऊस कारपोरेशन का बाजरा खरीद का भुगतान बकाया है। जिस तारीख तक आनलाईन रिकार्ड दर्ज हो गया है। उसका भुगतान कर दिया गया है। बाकि किसानों का भी भुगतान जल्द कर दिया जाएगा। जिन किसानों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया था। उन किसानों की एप्लीकेशन कृषि विभाग के माध्यम से चंडीगढ़ मुख्यालय भेजी गई है। जैसे ही निर्देश मिलते है। उनके अनुसार जल्द कार्यवाही की जाएगी।
---मनोज शर्मा, सचिव मार्किट कमेटी बोर्ड, झज्जर।